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November 22, 2024 10:24 pm

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कांग्रेस ने ये क्या कर दिया… झाड़ू और कमल दोनों की हालत हो रही खराब… पढिए पूरी खबर को

26 पाठकों ने अब तक पढा

शिव कुमार की रिपोर्ट

चंडीगढ़: पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस ने 12 उम्मीदवार उतार दिए है। सोमवार को कांग्रेस ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में चार और उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। कांग्रेस के ये लिस्ट चौंकाने वाली है और इस लिस्ट में बीजेपी, आप और अकाली दल की टेंशन बढ़ा दी है। 

पार्टी ने राज्य के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को लुधियाना से टिकट दिया है। उनका मुकाबला मौजूदा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू से होगा। बिट्टू लगातार दो बार इस सीट से जीते थे और पिछले महीने ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।

आनंदपुर साहिब: सीट से पार्टी ने मौजूदा सांसद मनीष तिवारी की जगह पूर्व सांसद विजय इंदर सिंगला को मैदान में उतारा है। मनीष तिवारी को पार्टी ने चंडीगढ़ से टिकट दिया है। इसके अलावा गुरदासपुर से पार्टी महासचिव सुखजिंदर सिंह रंधावा को टिकट दिया है। 

खडूर साहिब से मौजूदा सांसद जसबीर सिंह गिल की जगह पूर्व विधायक कुलबीर सिंह जीरा को टिकट दिया है। जसबीर सिंह गिल पहले ही घोषणा कर चुके थे कि वह इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। 

शनिवार को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में नामों को अंतिम रूप दिया गया। इसके साथ ही पार्टी ने पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से 12 के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस अभी तक फिरोजपुर निर्वाचन क्षेत्र से अभी तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं कर पाई है।

दिलचस्प हुई लुधियाना की जंग

लुधियाना: में गिद्दड़बाहा से तीन बार विधायक रह चुके वड़िंग का मुकाबला बिट्टू, आप के अशोक पाराशर पप्पी और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के रणजीत सिंह ढिल्लों से है। 46 वर्षीय वड़िंग को लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुके प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की जगह चुना गया है, जो इस निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी टिकट के प्रमुख दावेदार थे। 

जाट सिख वड़िंग ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बठिंडा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल से हार गए थे। उन्हें 39.2 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि हरसिमरत को 41 प्रतिशत वोट मिले थे।

बिट्टू का कांग्रेस पर हमला

इस साल मार्च में भाजपा में शामिल होने से पहले 2014 और 2019 में लुधियाना से लोकसभा के लिए चुने गए बिट्टू ने इस बीच वड़िंग को बाहरी व्यक्ति करार दिया है। 

शुरू से ही यह स्पष्ट था कि कांग्रेस को लुधियाना के स्थानीय नेतृत्व पर भरोसा नहीं था। इसलिए अब उन्होंने एक बाहरी व्यक्ति को मैदान में उतारा है। वह कभी भी जनता से जुड़ नहीं पाएगा। कांग्रेस पहले ही अपनी हार स्वीकार कर चुकी है।

गुरदासपुर में इनके बीच मुकाबला

गुरदासपुर: लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रंधावा पिछली चरणजीत सिंह चन्नी सरकार में उपमुख्यमंत्री थे। वह डेरा बाबा नानक सीट से मौजूदा विधायक हैं और राजस्थान के लिए कांग्रेस प्रभारी भी हैं। 

चार बार विधायक रह चुके रंधावा का मुकाबला बीजेपी के दिनेश बब्बू, अकाली दल के दलजीत सिंह चीमा और आप के अमंशेर सिंह शेरी कलसी से होगा।

खडूर साहिब में भी कांटे की टक्कर

खडूर साहिब:सीट से कांग्रेस उम्मीदवार जीरा का मुकाबला आप के लालजीत सिंह भुल्लर, बीजेपी के मनजीत सिंह मन्ना मियांविंड, अकाली दल के विरसा सिंह वल्टोहा और कट्टरपंथी प्रचारक अमृतपाल सिंह से होगा, जो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। जीरा ने 2017 में विधानसभा चुनाव जीता था, लेकिन 2022 में हार गए थे। जीरा विधानसभा क्षेत्र में तीसरे स्थान पर रहे।

आनंदपुर साहिब सीट की स्थिति

आनंदपुर साहिब: में जहां सिंगला कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे वहीं आप ने पार्टी प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग को मैदान में उतारा है। अकाली दल ने पूर्व लोकसभा सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा को उम्मीदवार घोषित किया है। बीजेपी ने अभी आनंदपुर साहिब के लिए उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। सिंगला मूल रूप से संगरूर के रहने वाले हैं। कांग्रेस हिंदू चेहरा चाहती थी और स्थानीय नेता और पूर्व स्पीकर राणा के पी सिंह की जगह सिंगला को चुना गया।

Desk
Author: Desk

'श्री कृष्ण मंदिर' लुधियाना, पंजाब का सबसे बड़ा मंदिर है, जो 500 वर्ग गज के क्षेत्र में बना है। यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है।

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