दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अतर्रा(बाँदा)। विद्यालयों को आनंदघर के रूप में बदलाव करने हेतु काम कर रहे शिक्षकों के रचनात्मक मैत्री समूह शैक्षिक संवाद मंच द्वारा 3-4 जनवरी को चित्रकूट में आयोजित शैक्षिक संगोष्ठी एवं शिक्षक सम्मान समारोह हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। अतिथियों द्वारा 35 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को गिजुभाई बधेका शिक्षक सम्मान – 2022 से सम्मानित कर सम्मान पत्र भेंट किये गये। ये शिक्षक-शिक्षिकाएं अपने विद्यालयों को आनंदघर के रूप में बदलाव हेतु बच्चों एवं समुदाय के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। सम्मानित शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपने विद्यालय के आनंदघर बनाने की यात्रा के अनुभव साझा किये।
उक्त जानकारी देते हुए शैक्षिक संवाद मंच के संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय ने बताया कि विद्यालयों को आनंदघर बनाने हेतु शैक्षिक संवाद मंच की स्थापना नवम्बर 2012 में की गई थी। गिजुभाई बधेका शिक्षक सम्मान- 2022 के लिए विद्यालयों को आनंदघर बनाने वाले 35 शिक्षक-शिक्षिकाओं का चयन किया गया था।
अखिल भारतीय समाज सेवा संस्थान चित्रकूट में आयोजित शैक्षिक संगोष्ठी एवं शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि पद्मश्री बाबूलाल दाहिया, अध्यक्ष गोपाल भाई, सारस्वत अतिथि डॉ. चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित, विशिष्ट अतिथि आलोक मिश्रा, बाबूलाल दीक्षित, आशुतोष उपाध्याय, डॉ. धांसू अन्नू सिंह एवं मो. शरीफ अंसारी द्वारा सभी चयनित शिक्षकों को सम्मान पत्र, स्मृति चिह्न, मेडल, शैक्षिक पुस्तकें, लेखनी भेंट कर एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
चयनित 35 शिक्षकों में दुर्गेश्वर राय (गोरखपुर), अनीता मिश्रा (बलरामपुर), अभिलाषा गुप्ता, आराधना शुक्ला एवं सत्य प्रकाश (कौशांबी), कमलेश कुमार पांडेय, डॉ. अरविंद द्विवेदी, डॉ. श्रवण कुमार गुप्ता एवं अरविंद कुमार सिंह (वाराणसी), समरेंद्र बहादुर एवं संतोष कुमार कुशवाहा (गाजीपुर), डॉ. रचना सिंह (उन्नाव), फरहत माबूद (प्रयागराज), रीनू पाल (जालौन), विवेक पाठक (गोंडा), माधुरी त्रिपाठी एवं श्रुति त्रिपाठी (बस्ती), प्रतिमा यादव (सिद्धार्थनगर), सीमा मिश्रा (फतेहपुर), डॉ. प्रज्ञा त्रिवेदी, रामकिशोर पांडेय, बलराम दत्त गुप्ता, चंद्रशेखर सेन, विनोद कुमार गुप्ता एवं इंसाफ अली (बांदा), नीलम कुमारी एवं ममता देवी (सीतापुर), शंकर रावत (बलिया), अशोक प्रियदर्शी (चित्रकूट), अपर्णा नायक (महोबा), अर्चना सागर (कानपुर) आदि उपस्थित रहे।
इनके अतिरिक्त बाल विज्ञान खोजशाला केंद्र कौशाम्बी समन्वयक राजेंद्र सिंह, फुलवा केंद्र समन्वयक सुरेन्द्र कुमार तथा छत्तीसगढ़ से शिक्षक धर्मानंद गोजे को भी सम्मानित किया गया है। आभार प्रदर्शन रामकिशोर पांडेय ने किया।
शैक्षिक संवाद मंच एवं मंचस्थ अतिथियों ने सभी सम्मानित शिक्षक-शिक्षिकाओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."