सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
कुशीनगर : उत्तर प्रदेश जिले कुशीनगर के कप्तानगंज थाना क्षेत्र में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक विधवा महिला को अज्ञात लोगों द्वारा पहले केले के पत्ते पर धमकी दी गई और फिर उसके घर को आग लगा कर जला दिया गया। इस आग की चपेट में आने से एक बुजुर्ग और पशु झुलस गए। आग में झुलसने से उनकी हालत काफी गंभीर हो गई, जिसे देखकर बुजुर्ग को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भेजा गया। इस घटना के बाद से पूरा परिवार सहमा हुआ है। वहीं, पीड़ित विधवा महिला ने पुलिस को तहरीर देकर सुरक्षा और कार्यवाई की मांग की हैं।
बता दें कि यह मामला कप्तानगंज थानाक्षेत्र स्थित बहुआस गांव के कुँजी टोला की है। यहां पर एक विधवा महिला के घर को केले के पत्ते पर धमकी देकर अज्ञात बदमाशों ने आग लगा दिया। जिसमें विधवा महिला के ससुर 65 वर्षीय झपटी साहनी बुरी तरह झुलस गए। उनके साथ एक भैंस भी जल गई और घर में रखा सामान भी जलकर राख हो गया। जिसके बाद ग्रामीणों ने घर मे लगी आग को कड़ी मशक्कत के बाद बुझाया। वहीं, बुजुर्ग को इलाज के लिए सीएचसी मथौली ले जाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने गंभीर हालत को देखते हुए उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
केले के पत्ते पर लिखकर दी धमकी-पीड़ित महिला
पीड़ित विधवा इंद्रावती ने बतया कि, शनिवार को भोर में गाव में स्थित घर के दरवाजे पर किसी ने केले के पत्ते पर लाल कलम से कुछ लिख फेक दिया था। मेरे बच्चों ने जब पढ़ा तो उसमें तंत्र मंत्र का हवाला देते हुए 25 घण्टे के अंदर मेरे घर मे आग लगने और गुरुवार तक कोई बड़ी घटना की बात लिखी गई थी। मैंने उसे किसी द्वारा किया मजाक समझ नजरंदाज कर दिया।
पीड़िता ने यह भी बताया कि, मेरे पति राजू की मौत कोरोना के लॉक डाउन में गुजरात से साईकिल लेकर घर आते समय रास्ते मे हो गई थी। मैं अपने दो बेटे अरुण 17 साल और विक्की 10 साल के साथ अपने घर सो गई। मेरे ससुर 65 वर्षीय झपटी बीते सोमवार को गिर गए थे जिससे उनकी कूल्हे टूट गया हैं। हमारे ससुर घोठे (पशुओं के रहने वाले घर) पर सो रहे थे। शनिवार को मध्यरात्रि में वहां आग लग गई। इसकी चपेट में आने से ससुर के साथ एक भैंस, साइकिल और बहुत सा सामान जल गया।
ग्रामीणों की मदद से ससुर को अस्पताल भेजा- पीड़िता
पीड़िता ने बताया ग्रामीणों की मदद से ससुर को इलाज के लिए भेजा गया। अब मुझे केले पर लिखी धमकी को लेकर चिंता हो रही हैं, क्योंकि उसमें गुरुवार तक कोई बड़ी घटना होने की बात लिखी गई हैं।
उसने बताया कि उस दिन 112 पर डायल किया था, जिसके बाद उनकी गाड़ी आई थी उसके बाद कोई पुलिस नही आई। वहीं, मामले पर कप्तानगंज थानाध्यक्ष अनिल उपाध्याय से बात की गई तो उन्होंने इतने गंभीर मामले पर अनभिज्ञता जाहिर कर दी। जानकारी होने के बाद पुलिस भेज मामला जानने की बात कही, लेकिन घटना के करीब 36 घंटों के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।
Author: samachar
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