राकेश तिवारी की रिपोर्ट
देवरिया। शहर एवं देहात के विभिन्न सरकारी और गैर शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षक दिवस धूम धाम से मनाया गया। इस अवसर पर जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर पूर्व राष्ट्रपति डा. एस राधाकृष्णन को याद करते हुए शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त किया गया।
कैटलिस्ट् कोचिंग क्लासेस, सलेमपुर रोड – चाँदपलिया में आयोजित शिक्षक दिवस समारोह में बोलते हुए कार्यक्रम के संचालक एवं कोचिंग तथा एरिया के जाने माने गणित के अध्यापक राजू प्रसाद ने डा. एस. राधाकृष्णन के विचारों व आदर्शो पर चलने की प्रेरणा लेने की छात्र , छात्राओं से अपील की।
उन्होंने कहा कि शिक्षक गाईड होते हैं। वे वही है जो हमें उन रास्तों पर चलना सिखाते हैं जिन पर चलने से हमारा उत्थान होता है।
कोचिंग के गवर्नमेंट जॉब एवं लगभग सभी कंपटीशन एग्जामिनेशन के जिम्मेदार अध्यापक क्यास श्रीवास्तव ने बताया कि टीचर्स डे का मतलब केवल उस दिन को मनाया जाना नहीं बल्कि अपनी टीचर्स की बातों को मानकर अच्छा बनना है।
कोचिंग के डायरेक्टर तथा इंग्लिश के अध्यापक मधुसूदन त्रिवेदी ने बताया की माता पिता के बाद गुरू ही बच्चों में संस्कार और कुम्हार के घडे की तरह संवारने का काम करते हैं l
उन्होंने बताया कि शिक्षक वह महान व्यक्तियों में एक है जो अपने बच्चों को हमेशा ऊंचे शिखर पर जाते देखना चाहता है, उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा देता है l
समारोह के अंत में कैटलिस्ट् कोचिंग के संस्थापक सर्वेश द्विवेदी ने शिक्षक दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डाo एसo राधाकृष्णन से उनके एक छात्र ने जब 5 सितंबर के दिन उनका जन्म दिन मनाने की इजाजत मांगी तो उन्होंने कहा कि उनका जन्म दिन शिक्षक दिवस के तौर पर मनाया जाय। इसीलिए 5 सितंबर 1962 से भारत में टीचर्स डे मनाया जा रहा है। श्री द्विवेदी ने कहा बच्चो एवं अभिभावकों से कहा की गुरु और वक्त दोनों शिक्षा देते हैं जो गुरु के शिक्षा का अपमान करते हैं उन्हें वक्त सिखाता हैं..।
इस अवसर पर उक्त कोचिंग संस्थान में छात्र-छात्राओं मे ऋषभ यादव, कृष्णा यादव ,आराधन कुमारी, खुशबु कुमारी,अन्नू, अनामिका मिश्र,चिंकि गुप्ता,गोल्डि यादव, चंदा, अंशु गुप्ता आदि ने अपने अपने विचार रखे तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की।
कार्यक्रम में चंदा लेना अन्य सभी बच्चों को टीचर्स डे के लिए जागरूक करना एवं टीचर्स डे सेलिब्रेशन में अहम भूमिका प्रियंका कुमारी कुशवाहा ने लिया l
कार्यक्रम में अल्का, कार्तिक, पंकज, सौम्या, रुद्रा, प्रविण , आर्यन, प्रियंका कुशवाह, तमन्ना , साक्षी, प्रतिक, अनामिका मिश्रा, सौम्या मिश्रा, शिवम दर्जनों छात्र-छात्राएं शामिल हुए l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."