दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान इन दिनों काफी चर्चा में हैं। दरअसल कानपुर की एक अदालत ने शनिवार, 6 अगस्त को राकेश सचान को 1991 के आर्म्स एक्ट मामले में दोषी पाया। बताया जा रहा है कि इस फैसले से नाखुश राकेश सचान के वकील और समर्थक कथित तौर पर दोषी पाए जाने के बाद कोर्ट रूम से बाहर चले गए।
अदालत से गायब होने की खबरों को मंत्री सचान गलत बताया है। उन्होंने इसे महज अफवाह बताया। दरअसल खबर आई कि सचान आदेश की फाइल लेकर कोर्ट से भाग गये थे और शनिवार की दोपहर बाद से वे किसी के संपर्क में नहीं हैं। सचान की सूबे की राजधानी लखनऊ में सरकारी बंगला है और कानपुर में उनका आवास है। लेकिन उनके लोग मंत्री जी के बारे में कुछ बताने से परहेज कर रहे हैं।
वहीं मंत्री राकेश सचान ने एक निजी न्यूज चैनल से फोन पर बात करते हुए कहा है कि अभी कुछ मामले लंबित हैं और जो फरार होने की बातें चल रही हैं, वे गुमराह करने वाली हैं। उन्होंने कहा कि अदालत जो भी फैसला देगा, उसे माना जाएगा।
बता दें कि शनिवार को कोर्ट की रीडर ने मंत्री पर एफआईआर के लिए कोतवाली में तहरीर दी है। कानपुर पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, “इस मामले से संबंधित लोगों के बयान दर्ज किए जाएंगे, सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
ज्वाइंट कमिश्नर तिवारी ने कहा कि शिकायत के तथ्यों की भी जांच की जाएगी। एक-दो दिन में जांच पूरी होने की उम्मीद है। उस हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं मंत्री राकेश सचान ने आजतक से कॉल पर बात करते हुए कहा कि कानपुर के आवास में हूं और दोपहर में ही मिल सकता हूं। बता दें कि जिस तरह से मामले ने तूल पकड़ा है, उसको देखते हुए माना जा रहा है कि उन्हें लखनऊ भी बुलाया जा सकता है।
Author: samachar
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