चित्रकूट के भैरों पागा में नगर पालिका की 50 लाख की जमीन पर अवैध कब्जा, प्रशासन चुप। SDM के आदेश के बावजूद कब्जाधारी ने बना दी बाउंड्री वॉल। क्या अब चलेगा नगर पालिका का बुलडोज़र?
संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट। नगर क्षेत्र में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने वाले नगर पालिका प्रशासन की अपनी ही संपत्ति पर कब्ज़ा हटवाने में असहायता साफ झलक रही है। मामला जिला मुख्यालय के भैरों पागा क्षेत्र का है, जहां लगभग 50 लाख रुपए की कीमत की नगर पालिका की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया है।
कैसे हुआ कब्जा?
दरअसल, गाटा संख्या 263/1, रकबा 0.027 हेक्टेयर, को नगर पालिका के कूड़ाघर के नाम दर्ज करने का आदेश उप जिलाधिकारी (सदर) ने 7 मई 2025 को जारी किया था। यह जमीन चित्रकूट विशेष क्षेत्र प्राधिकरण कार्यालय के ठीक बगल में स्थित है। लेकिन आदेश जारी होने के कुछ ही दिन बाद, बस स्टैंड कर्वी निवासी प्रकाश ने मौके का फायदा उठाते हुए अवकाश के दिनों में बाउंड्री वॉल और गेट बनवाकर इस पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया।
नगर पालिका की चुप्पी पर सवाल
यह विडंबना ही है कि जो नगर पालिका हर हफ्ते जेसीबी लेकर शहर की सड़कों पर अतिक्रमण हटाने निकलती है, वही अपने अधिकार की भूमि पर कब्ज़ा हटाने से कतराती नजर आ रही है। सवाल उठता है कि क्या नगर पालिका प्रशासन सिर्फ कमजोरों पर ही बुलडोज़र चलाने की हिम्मत दिखाता है?
अगला कदम क्या होगा?
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि प्रशासन स्वंय के कूड़ाघर की ज़मीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने का कदम उठाता है या फिर यह मामला भी फाइलों में दबा दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस भूमि पर नगर पालिका का कूड़ाघर प्रस्तावित था, जो नगर क्षेत्र की स्वच्छता व्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
स्थानीय जनभावना
स्थानीय नागरिकों में इस अवैध कब्ज़े को लेकर नाराज़गी है। उनका कहना है कि यदि सरकारी जमीनों पर इस तरह से कब्जा होने लगा तो फिर आम जनता को क्या संदेश जाएगा? प्रशासन को चाहिए कि वह तत्काल इस पर संज्ञान ले और अवैध निर्माण को ध्वस्त करे।