देवरिया के सलेमपुर स्थित जी.एम. एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विश्व योग दिवस पर हुआ भव्य आयोजन। छात्रों को कराया गया योगाभ्यास और दिया गया निरोग जीवन का संदेश।
देवरिया ब्यूरो रिपोर्ट
सलेमपुर(देवरिया)। विश्व योग दिवस के अवसर पर सलेमपुर स्थित जी.एम. एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विशेष योग शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। योग कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल शारीरिक फिटनेस बढ़ाना था, बल्कि विद्यार्थियों को मानसिक संतुलन, आत्मनियंत्रण और जीवनशैली में संतुलन बनाए रखने की प्रेरणा देना भी था।
इस अवसर पर योग प्रशिक्षक वेद प्रकाश दुबे ने विविध योगासनों और प्राणायामों का अभ्यास कराते हुए उनके वैज्ञानिक लाभों की जानकारी दी। उन्होंने पाद हस्तासन, अर्द्ध चक्रासन, वृक्षासन, सेतुबंध आसन, भुजंगासन, हलासन, मकरासन, सर्वांगासन जैसे महत्वपूर्ण आसनों के अभ्यास कराए। इसके साथ ही कपालभाति, भ्रामरी, नाड़ी शोधन और शीतली प्राणायाम के माध्यम से छात्र-छात्राओं को मनोवैज्ञानिक स्थिरता और तनाव प्रबंधन के गुर भी बताए।
प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने बार-बार इस बात पर बल दिया कि – “नियमित योगाभ्यास से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि मन भी स्थिर और प्रसन्न रहता है।”
प्रधानाचार्य ने दिया प्रेरणादायक संदेश
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री मोहन द्विवेदी ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा—
“यह शरीर ईश्वर का अनुपम उपहार है, और इसका कोई भी अंग बाज़ार में नहीं मिलता। इसलिए इसका संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है। योग न केवल शरीर को निरोग बनाता है, बल्कि हमारे सोचने, समझने और जीवन जीने के तरीके को भी बदलता है।”
उन्होंने आगे कहा— “सीखें योग, पूर्ण मनोयोग, बने रहेंगे सदा निरोग। योग दिवस केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि अनुशासन, स्वास्थ्य और संतुलन की ओर एक संकल्प है।”
विद्यालय के शिक्षकों की रही सराहनीय भूमिका
इस सफल आयोजन को सम्पन्न कराने में विद्यालय की शारीरिक शिक्षा अध्यापिका विभूषिका द्विवेदी, खेल शिक्षक राकेश मिश्रा, दिलीप सिंह, आशुतोष तिवारी, एस.एन. पांडेय, सुनील गुप्ता, प्रमोद यादव, मुन्ना चौहान, विकास विश्वकर्मा और अभिषेक मौर्या की सक्रिय सहभागिता रही।
वहीं छात्रों में दिव्या, महिमा, अमन, राज, सिद्धार्थ सहित सैकड़ों विद्यार्थियों ने पूरे मनोयोग से भाग लिया और योग को जीवन का हिस्सा बनाने का संकल्प लिया।
सम्मान और समापन
कार्यक्रम के समापन पर प्रधानाचार्य द्विवेदी ने योग प्रशिक्षक वेद प्रकाश दुबे के योगदान की भूरी-भूरी प्रशंसा की और उन्हें अंगवस्त्रम् भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि –
“आज का दिन केवल योग के अभ्यास तक सीमित नहीं है, यह हमारे भीतर के अनुशासन, आत्मबोध और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का प्रतीक है।”
जी.एम. एकेडमी ने विश्व योग दिवस को न केवल उत्सव की तरह मनाया, बल्कि छात्रों में स्वास्थ्य के प्रति जिम्मेदारी और योग के महत्व की भावना को गहराई से जागृत किया। ऐसे आयोजनों से विद्यालयों में एक स्वस्थ और संतुलित वातावरण का निर्माण होता है जो दीर्घकालिक रूप से विद्यार्थियों के जीवन को दिशा देता है।