उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में दहेज न मिलने पर पति ने अपनी पत्नी को छत से फेंक दिया। यह पूरी घटना CCTV कैमरे में कैद हुई। महिला की हालत गंभीर बनी हुई है, पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के जालौन जिले से एक रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। जिले के उरई कोतवाली क्षेत्र के तिलक नगर में दहेज की मांग पूरी न होने पर एक महिला को उसके ही पति और ससुराल वालों ने बेरहमी से पीटा और फिर छत से धक्का देकर हत्या की कोशिश की। पीड़िता की पहचान 45 वर्षीय आमना के रूप में हुई है, जो इस समय मेडिकल कॉलेज उरई में गंभीर हालत में भर्ती हैं।
CCTV फुटेज में कैद हुई बर्बरता
इस पूरी घटना की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि आमना जान बचाकर छत पर भागती है लेकिन वहां भी उसका पति आरिफ पहुंचकर उसे बुरी तरह पीटता है और नीचे धकेल देता है, जिससे वह बाइक पर गिरती है। इस दौरान आमना का 10 साल का बेटा अफ़्फान यह सब कुछ देख रहा था।
दहेज की लगातार मांग, प्रताड़ना और हत्या की कोशिश
पीड़िता के पिता कमर सिद्दीकी ने उरई कोतवाली में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि आरिफ लगातार 10 लाख रुपये दहेज की मांग कर रहा था और आमना को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। शादी को महज़ चार साल ही हुए थे और शुरू से ही पीड़िता को घर में अपनापन नहीं मिला।
पीड़िता ने अस्पताल में सुनाई आपबीती
मेडिकल कॉलेज में भर्ती आमना ने बताया कि घटना वाले दिन शाम को पति आरिफ, देवर इमरान, ननद शहनाज, सौतेली बेटी निदा और ससुर रहमतुल्ला ने मिलकर पहले उसे कमरे में बंद कर पीटा। जब वह किसी तरह जान बचाकर छत पर पहुंची, तो वहां भी मारपीट जारी रही और आखिरकार छत से नीचे फेंक दिया गया।
बेटे ने खोले कई राज
10 साल के अफ़्फान ने पुलिस को बताया कि घटना से कुछ देर पहले गैस सिलेंडर का वाल्व खुला हुआ था और घर में घुटन जैसा माहौल बन रहा था। उसे शक है कि यह सब साजिश के तहत किया गया था। अफ़्फान ने बताया कि उसके अब्बू आरिफ, सौतेली बहनें निदा, अमरीन, सुमैया, दादा-दादी और बुआ शहनाज सब मिलकर अम्मी की हत्या की योजना बना रहे थे।
बीते वर्षों से जारी थी प्रताड़ना
अफ़्फान के मुताबिक बीते चार सालों से उसकी मां को मारना-पीटना, मानसिक उत्पीड़न, और घर से बेदखल करने की कोशिश होती रही। यहां तक कि पानी और खाने की सुविधाएं भी सीमित कर दी गई थीं। छोटे-छोटे विवादों पर आमना को बुरी तरह मारा जाता था।
आमना का पारिवारिक संघर्ष
आमना की यह तीसरी शादी थी। पहली शादी 2003 में बबलू से हुई थी जिससे एक बेटी आफरीन है। बबलू की मौत के बाद उन्होंने हसीन से शादी की, जिससे तीन बेटे हुए लेकिन हसीन की भी कोरोना काल में मृत्यु हो गई। इसके बाद 2021 में उन्होंने आरिफ से निकाह किया। आरिफ की पहली पत्नी की भी मौत हो चुकी थी और उसके चार बच्चे पहले से थे।
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही उरई पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू की। सीओ अर्चना सिंह के मुताबिक आरोपी पति आरिफ को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ हत्या के प्रयास, दहेज प्रताड़ना जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है और CCTV फुटेज को अहम सबूत माना जा रहा है।
महिला सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर महिला सुरक्षा और दहेज प्रथा के क्रूर स्वरूप पर सवाल खड़े करती है। जहां एक ओर सरकारें महिला सशक्तिकरण की बात करती हैं, वहीं दूसरी ओर समाज के भीतर आज भी महिलाएं दहेज के लिए प्रताड़ित और मारी जा रही हैं।
आमना की हालत गंभीर बनी हुई है, लेकिन उसकी साहसिक गवाही और बेटे की चतुराई ने इस क्रूरता को सामने लाकर रख दिया है।