चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
गोंडा जिले में फार्मर रजिस्ट्री कार्य में लापरवाही बरतने पर जिलाधिकारी (DM) नेहा शर्मा ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने राजस्व और कृषि विभाग के 870 कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इनमें लेखपाल, पंचायत सहायक, रोजगार सेवक और कृषि विभाग के ग्राम स्तरीय कर्मचारी शामिल हैं। डीएम ने इन कर्मचारियों का वेतन रोकने, प्रतिकूल प्रविष्टि देने और अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के आदेश जारी किए हैं।
फार्मर रजिस्ट्री कार्य की धीमी प्रगति पर डीएम की नाराजगी
डीएम ने फार्मर रजिस्ट्री कार्य की समीक्षा के दौरान पाया कि जिले के कई तहसीलों में इस महत्वपूर्ण योजना की प्रगति बेहद धीमी है। आंकड़ों के मुताबिक:
सदर तहसील में 280 ग्रामों में कार्य अधूरा है।
करनैलगंज में 169 ग्रामों में 50% से भी कम काम हुआ है।
तरबगंज में 227 और मनकापुर में 194 ग्रामों में भी स्थिति चिंताजनक है।
इस लापरवाही को देखते हुए डीएम ने नाराजगी जताते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
10 मार्च तक कार्य पूरा करने का अल्टीमेटम
डीएम ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को 10 मार्च तक फार्मर रजिस्ट्री का कार्य 100% पूरा करने का सख्त अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि निर्धारित समय तक कार्य पूरा नहीं हुआ, तो और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं – डीएम नेहा शर्मा
डीएम ने साफ किया कि फार्मर रजिस्ट्री का कार्य किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए बेहद जरूरी है। इसलिए इसमें किसी भी तरह की देरी बिल्कुल स्वीकार्य नहीं होगी। प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से राजस्व और कृषि विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
अब देखना होगा कि क्या 10 मार्च तक सभी तहसीलों में कार्य पूरा हो पाता है या फिर लापरवाह कर्मचारियों पर और कड़ी कार्रवाई होती है।
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Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की