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मथुरा-वृंदावन और बरसाना में होली की धूम: लड्डू मार और लट्ठमार होली की तैयारियां जोरों पर

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ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट

मथुरा, श्रीकृष्ण की पावन नगरी, में होली का उल्लास चरम पर है। वृंदावन के मंदिरों में अबीर और गुलाल की बौछार शुरू हो चुकी है, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है। वहीं, राधा रानी की नगरी बरसाना भी होली के रंग में रंगने को तैयार है।

बरसाना में 7 मार्च को लड्डू मार होली, 8 मार्च को लट्ठमार होली

बरसाना में होली का आयोजन विशेष रूप से अनोखा होता है। 7 मार्च को लड्डू मार होली खेली जाएगी, जिसमें श्रद्धालु और स्थानीय लोग लड्डुओं की वर्षा करेंगे। इसके बाद, 8 मार्च को विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली का आयोजन होगा। इस होली में महिलाएं लाठी (लट्ठ) से पुरुषों को प्रेमपूर्वक प्रहार करती हैं, जबकि पुरुष खुद को बचाने के लिए ढाल (पगड़ी) का प्रयोग करते हैं।

बरसाना की लड्डू मार होली का एक सांकेतिक चित्रण, जिसमें श्रद्धालु पारंपरिक भारतीय परिधानों में सजे हुए हैं और हर्षोल्लास के साथ एक-दूसरे पर लड्डू फेंक रहे हैं। हवा में उड़ते लड्डू और रंगीन माहौल उत्सव की ऊर्जा को दर्शाते हैं। पृष्ठभूमि में भव्य राधा रानी मंदिर दिखाई दे रहा है, जो इस सांस्कृतिक पर्व की आध्यात्मिकता को बढ़ा रहा है।

श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह, तैयारियां जोरों पर

लड्डू मार और लट्ठमार होली को लेकर श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में भारी उत्साह है। बरसाना के लोग पारंपरिक परिधानों और होली के विशेष आयोजनों के लिए तैयारियों में जुटे हुए हैं। लट्ठमार होली को खास बनाने के लिए पगड़ी और लट्ठ तैयार किए जा रहे हैं, जिससे यह आयोजन ऐतिहासिक रूप ले सके।

प्रशासन सतर्क, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

हर साल लाखों श्रद्धालु बरसाना की होली का आनंद लेने पहुंचते हैं। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भी कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। आईजी स्तर के अधिकारी लगातार बैठकें कर रहे हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। बरसाना को कई सेक्टर और जोन में विभाजित किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके।

टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग की तैयारी

बरसाना के राधा रानी मंदिर में इस बार भी टेसू के फूलों से प्राकृतिक रंग तैयार किया जा रहा है। यह रंग मंदिर की छत पर ही विशेष विधि से बनाया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को शुद्ध और प्राकृतिक रंगों के साथ होली खेलने का अवसर मिले।

इस बार होली में दिख सकती है कुंभ की झलक

गौरतलब है कि हाल ही में कुंभ मेले का समापन हुआ है, जिससे इस बार बरसाना में श्रद्धालुओं की संख्या और अधिक हो सकती है। ऐसे में, बरसाना की होली में भी कुंभ की झलक देखने को मिल सकती है।

बरसाना की लड्डू मार होली का एक चित्रण, जिसमें श्रद्धालु पारंपरिक भारतीय परिधानों में सजे हुए हैं और हर्षोल्लास के साथ एक-दूसरे पर लड्डू फेंक रहे हैं। हवा में उड़ते लड्डू और रंगीन माहौल उत्सव की ऊर्जा को दर्शाते हैं। पृष्ठभूमि में भव्य राधा रानी मंदिर दिखाई दे रहा है, जो इस सांस्कृतिक पर्व की आध्यात्मिकता को बढ़ा रहा है।

मथुरा, वृंदावन और बरसाना में होली की तैयारियां पूरे जोरों पर हैं। लड्डू मार होली और लट्ठमार होली, दोनों ही अपने अनोखे अंदाज के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं। श्रद्धालुओं के उत्साह, प्रशासन की तैयारियों और पारंपरिक आयोजनों के चलते इस साल की होली बेहद खास होने वाली है।

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Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

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