ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
हाल ही में, वृंदावन के एक कथावाचक महामंडलेश्वर इंद्रदेव महाराज ने माता सीता के स्वरूप पर विवादित टिप्पणी की है, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
इंद्रदेव महाराज ने श्री राधा किशोरी धाम में अपनी कथा के दौरान कहा कि रामलीला में माता सीता और भगवान राम का किरदार निभाने वाले लोग सिगरेट और शराब पीते हैं।
उन्होंने यहां तक कह दिया कि रामलीला में सीता का किरदार निभाने वाले लोग “कुंभकर्ण” की तरह हैं, जो माता सीता के वास्तविक रूप का अपमान है।
इस बयान के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है और लोगों ने इंद्रदेव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
इंद्रदेव ने अपने बयान के लिए माफी मांगते हुए कहा कि उनका उद्देश्य भगवान का अपमान करना या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था, बल्कि उन्होंने अपने बचपन के अनुभवों को साझा किया था।
फिर भी, धार्मिक संगठनों ने इंद्रदेव महाराज की माफी को अस्वीकार कर दिया है और उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की है। अखिल भारत हिंदू महासभा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित संजय हरियाणा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।
संगठनों का कहना है कि महाराज ने पहले भी धार्मिक चिह्नों को लेकर विवादित काम किया था और अब माता सीता और भगवान राम के प्रति अमर्यादित टिप्पणी की है, जिसे माफी के दायरे में नहीं रखा जा सकता।
Author: samachar
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