दिल्ली चुनाव में गोपाल राय की जीत से मऊ के मधुबन क्षेत्र में खुशी की लहर

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जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

मऊ जिले के मधुबन तहसील क्षेत्र के गांव सिपाह इब्राहिमाबाद के निकट स्थित गोबरीडीह के किसान परिवार में जन्मे गोपाल राय ने एक बार फिर दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है। आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व परिवहन मंत्री गोपाल राय ने बाबरपुर विधानसभा सीट से तीसरी बार जीत हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।

इस जीत के साथ ही उन्होंने चुनाव में हैट्रिक बनाई और पूरे गांव व जिले में खुशी की लहर दौड़ गई। परिजनों सहित गांव के लोगों में जश्न का माहौल है। गोपाल राय ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार अनिल वशिष्ठ को 18,994 वोटों से हराया। चुनाव में गोपाल राय को कुल 76,192 वोट मिले, जबकि अनिल वशिष्ठ को 57,198 वोट प्राप्त हुए।

गांव से दिल्ली की राजनीति तक का सफर

गोपाल राय के गांव गोबरीडीह के निवासी वकील राम गोपाल राय ने बताया कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राइमरी स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने मीडिल की पढ़ाई मुरारपुर स्थित किसान लघु माध्यमिक विद्यालय से पूरी की। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की शिक्षा तरुण इंटर कॉलेज, कुंडा से प्राप्त की।

शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी शुरू की। वर्ष 2009 में तीसरे स्वाधीनता आंदोलन के तहत 9 अगस्त से 23 अगस्त तक उन्होंने दिल्ली के जंतर-मंतर पर 15 दिनों तक अनशन किया। इसके बाद वे भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए प्रारंभ हुए जन लोकपाल आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने लगे।

गांव से जुड़े रहते हैं गोपाल राय

गोपाल राय ने जब पहली बार विधायक पद जीता, तब वे अपने गांव आए और गांव वालों ने उनका भव्य स्वागत किया। इसके बाद भी वे पारिवारिक आयोजनों, शादी-ब्याह और विशेष कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं। बताया जाता है कि पिछले पांच-छह महीनों पहले भी वे एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे।

गांव के लोग बताते हैं कि गोपाल राय बड़ी सादगी के साथ सभी के सुख-दुख में शामिल होते हैं। उनकी जीत से पूरे गांव में खुशी का माहौल है। गांव के सतीश राय, रविंद्र राय, सुरेंद्र राय, सुधाकर राय, सुनील राय, धीरज राय समेत अन्य लोगों ने उन्हें जीत की बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

गोपाल राय की यह जीत मधुबन क्षेत्र के लोगों के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि उन्होंने न केवल दिल्ली की राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ बनाई है, बल्कि अपने गांव और क्षेत्र से जुड़े रहकर सादगी और जनसेवा का उदाहरण भी पेश किया है।

samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

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