संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया। शुक्रवार की शाम, जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित बड़ौदा यूपी बैंक की रामपुर अवस्थी धुसवा शाखा में एक बड़ी कार्रवाई की गई। इस दौरान सीबीआई की टीम ने बैंक मैनेजर और चपरासी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई सीबीआई डीएसपी अमित राठी के नेतृत्व में की गई, जो लखनऊ से अपनी टीम के साथ आए थे।
मामले की शुरुआत तब हुई जब लगड़ा गांव निवासी मनीष गुप्ता, जो बैंक से लोन प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे थे, बैंक के चपरासी से मिले। चपरासी ने मनीष से कहा कि 3500 रुपए देने पर वह बैंक मैनेजर से लोन पास करवा देगा। मनीष ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया और तुरंत सीबीआई से संपर्क किया। इसके बाद सीबीआई की टीम शुक्रवार को बैंक शाखा के बाहर पहुंची और योजना बनाई कि मनीष गुप्ता चपरासी को रिश्वत की राशि देंगे।
जैसे ही मनीष गुप्ता ने बैंक के अंदर चपरासी अनूप को 3500 रुपए दिए, सीबीआई की टीम मौके पर पहुंच गई और चपरासी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद सीबीआई टीम ने बैंक के अंदर मौजूद सभी ग्राहकों को बाहर निकालकर बैंक के गेट को बंद कर दिया और बैंक मैनेजर प्रिंस जायसवाल और चपरासी अनूप से पूछताछ शुरू की। करीब 6 घंटे तक चली इस पूछताछ के बाद, रात करीब 8:45 बजे सीबीआई ने दोनों बैंक कर्मियों को गिरफ्तार कर लखनऊ रवाना कर दिया।
इस छापेमारी के दौरान बैंक के रीजनल मैनेजर धर्मवीर और बरियारपुर थानाध्यक्ष डॉ. महेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद थे। डीएसपी अमित राठी ने बताया कि बैंक मैनेजर के कहने पर चपरासी ने रिश्वत ली थी, जिसके चलते दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
शिकायतकर्ता मनीष गुप्ता को सीबीआई ने उनके गांव पर सुरक्षित छोड़ दिया।
Author: samachar
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