Explore

Search
Close this search box.

Search

November 23, 2024 5:52 am

लेटेस्ट न्यूज़

छात्रा ने एक ही वर्ष में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर शिक्षा प्रणाली को चुनौती दी : प्रशासन की निष्क्रियता पर उठे सवाल

13 पाठकों ने अब तक पढा

जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

बलिया जिले की एक छात्रा, आरती यादव, ने शिक्षा प्रणाली को चुनौती देते हुए एक ही वर्ष में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली। 

इस चौंकाने वाले तथ्य का खुलासा आजमगढ़ जिले के निवासी और आरटीआई एक्टिविस्ट पतरूराम विश्वकर्मा द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी से हुआ। 

रिपोर्ट के अनुसार, आरती यादव ने 2017 में बलिया जिले के दो अलग-अलग इंटर कॉलेजों से नियमित छात्रा के रूप में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की है। इस मामले ने प्रदेश में सक्रिय शिक्षा माफियाओं की ताकत और प्रभाव को उजागर किया है।

आरती यादव की पृष्ठभूमि

बलिया जिले के ग्राम सतहवां पोस्ट औराई की रहने वाली हरिंद्र यादव की बेटी आरती यादव का यह कारनामा इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। आरटीआई रिपोर्ट के अनुसार, आरती यादव ने शिक्षा माफियाओं की मदद से यूपी बोर्ड की प्रणाली को धोखा देकर एक ही वर्ष में दो महत्वपूर्ण परीक्षाएं पास कर लीं। 

आरती ने 2017 में हाईस्कूल की परीक्षा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सहदेव इंटर कॉलेज बैरीडीह अंवराई कला से पास की, जिसमें उसे 83 प्रतिशत से अधिक अंक मिले। इसी वर्ष, उसने बलिया के दूसरे महादेव प्रसाद इंटर कॉलेज महराजपुर अचैठा अंवराई कला से इंटरमीडिएट की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर ली। इस एक घटना से यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा माफियाओं का नेटवर्क कितना मजबूत है और वे किस प्रकार से शिक्षा प्रणाली का दुरुपयोग कर रहे हैं।

प्रशासन की निष्क्रियता

आरटीआई एक्टिविस्ट पतरूराम विश्वकर्मा ने इस मामले की शिकायत बलिया के जिलाधिकारी (डीएम) से भी की थी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके बाद, उन्होंने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है। पतरूराम विश्वकर्मा का मानना है कि यह एक गंभीर मामला है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। 

यह प्रकरण न केवल यूपी बोर्ड की परीक्षा प्रणाली को चुनौती देता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि शिक्षा माफियाओं की पकड़ कितनी मजबूत और उनकी साठगांठ कितनी गहरी है।

इस घटना ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और अधिकारियों को इस पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़