नौशाद अली की रिपोर्ट
बलरामपुर। उत्तर प्रदेश के माफियाओं का एक अंधेरा दौर था, जब लगभग हर जिले में एक माफिया का आतंक होता था। लेकिन जब 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यकाल शुरू हुआ, तो माफियाओं की स्थिति बदल गई।
कई माफिया अपने स्थान और ताकत को छोड़कर भाग गए, जबकि कुछ ने आत्मसमर्पण कर दिया। लेकिन कुछ माफिया आज भी कानून के घेरे में हैं और उन्हें पकड़ने के लिए सरकार की ओर से प्रयास जारी हैं।
ऐसी ही एक माफिया की कहानी है रिजवान जहीर की, जो एक समय में यूपी के सपा सांसद रह चुका था और अब मोस्ट वॉन्टेड माफिया बन चुका है।
रिजवान जहीर, बलरामपुर जिले के तुलसीपुर का एक चर्चित माफिया है, जो फिलहाल हत्या की साजिश के मामले में जेल में बंद है।
मीडिया रिपोर्ट्स और पुलिस के अनुसार, रिजवान ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को खुला चैलेंज दिया था, जिससे उसकी सत्ता और प्रभाव की ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
वर्तमान में, रिजवान जहीर का नाम मोस्ट वॉन्टेड माफियाओं की सूची में शामिल है, और उसके खिलाफ कई गंभीर आरोप हैं।
रिजवान जहीर के खिलाफ तुलसीपुर थाने में जानलेवा हमले का मामला दर्ज है। इसके साथ ही, उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है।
हाल ही में, उसकी 10 करोड़ 80 लाख रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया गया है। इनमें 977 हेक्टेयर जमीन शामिल है, जिसे लखनऊ कमिश्नरेट और बलरामपुर पुलिस ने जब्त किया था।
इसके अलावा, रिजवान के लखनऊ स्थित कामर्शियल और आवासीय कामप्लेक्स को भी कुर्क किया गया है, जिसकी कीमत 7 करोड़ रुपये बताई जाती है।
रिजवान जहीर ने अपनी ताकत के बल पर मुलायम सिंह यादव को चैलेंज देने की कोशिश की थी, लेकिन यह प्रयास उसकी मुश्किलों को और बढ़ा गया। उसे जेल से बाहर आने पर गवाहों को धमकाने का खतरा था, इसलिए उसकी जमानत याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने नामंजूर कर दी थी।
रिजवान जहीर और उसका दामाद रमीज नेमत, जो आगरा की जेल में बंद है, यूपी के टॉप-10 बदमाशों की सूची में शामिल हैं।
इस समय, रिजवान जहीर खुद को जेल में सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसके खिलाफ उठाए गए कदम यह संकेत देते हैं कि यूपी में माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
दामाद हुआ फिर गिरफ्तार
पूर्व सांसद रिजवान जहीर के दामाद रमीज नेमत को हाल ही में गैंगस्टर एक्ट के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। बलरामपुर जिले के तुलसीपुर थाना क्षेत्र के भंगहाकला गांव निवासी रमीज नेमत को पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के आरोप में गिरफ्तार किया है। इससे पहले, 4 जनवरी 2022 को, रमीज नेमत को पूर्व चेयरमैन फिरोज पप्पू की हत्या के मामले में भी जेल भेजा गया था।
रमीज नेमत पर कई आपराधिक मामलों में आरोप हैं। 4 जनवरी 2022 की रात को फिरोज पप्पू की हत्या उनके घर के पास कर दी गई थी। इस हत्या के मामले में पुलिस ने रिजवान जहीर और रमीज नेमत को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा, रमीज नेमत की संपत्ति को भी 2023 में प्रशासन ने कुर्क कर लिया था।
पुलिस अधीक्षक बलरामपुर, विकास कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि रमीज नेमत के आपराधिक इतिहास को देखते हुए गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में रमीज की तलाश चल रही थी।
पुलिस की एक टीम ने कौशांबी जाकर उसे गिरफ्तार किया और तुलसीपुर थाने लाकर उससे अन्य बिंदुओं पर जानकारी प्राप्त की गई है। रमीज के खिलाफ विधिक कार्रवाई जारी है और पुलिस उसकी गतिविधियों की गहराई से जांच कर रही है।
Author: samachar
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