दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
मुरादाबाद से दिल्ली की तरफ जा रही मालगाड़ी अमरोहा रेलवे स्टेशन के नजदीक पलट गई। इस वजह से मालगाड़ी के 10 डिब्बे बेपटरी हो गए और स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया।
बताया जा रहा है कि तेज धमाके के साथ मालगाड़ी के डिब्बे अचानक से बेपटरी हुए थे। हादसे के तुरंत बाद रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंच गए और उनकी तरफ से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
बुरी तरह क्षतिग्रस्त रेल ट्रैक
जानकारी मिल रही है कि दो मालगाड़ी के डिब्बे केमिकल से भरे हुए थे, वही बाकी बचे डिब्बे खाली थे। इस हादसे की कई सारी तस्वीरें इस समय सोशल मीडिया पर वायरल चल रही है जिन्हें देख समझ आ रहा है कि एक्सीडेंट भीषण था।
इस हादसे की वजह से ही रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो चुका है, कई ट्रेनों के रूट को डायवर्ट करना पड़ा है।
गोंडा में हुआ था भीषण हादसा
वही मुरादाबाद मंडल के रेलवे अधिकारी इस हादसे को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। उनकी तरफ से अभी कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है, राहत की बात यह है कि किसी के भी जख्मी होने की खबर नहीं है।
लेकिन इस तरह के रेल हादसे चिंता की बात है क्योंकि इनकी सख्या पिछले कुछ महीनों में बढ़ चुकी है। कुछ दिन पहले ही यूपी के गोंडा में भी बड़ा रेल हादसा हुआ था। 15904 नंबर गाड़ी चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस चंडीगढ़ से गोरखपुर जा रही थी। हादसा मोतीगंज थाना क्षेत्र के पिकौरा गांव के पास हुआ।
पौने तीन बजे के करीब 10 डिब्बे बेपटरी हुए। उस भीषण हादसे में दो लोगों की मौत हुई और कई घायल बताए गए।
सवालों के घेरे में वैष्णव
अब यह कोई पहली बार नहीं है जब इस तरह का रेल हादसा हुआ है, पिछले कुछ सालों में कई मौकों पर ऐसे एक्सीडेंट होते हुए दिख चुके हैं, कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इसी वजह से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव विपक्ष के निशाने पर भी आ रहे हैं।
कहा जा रहा है कि वे रील मंत्री जिनका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है। इसके ऊपर कवच सिस्टम को लेकर भी विवाद की स्थिति बनी हुई है, आरोप लग रहे हैं कि वो अभी तक पूरी तरह लागू ही नहीं हो पाया है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."