उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। पत्नी के नाम दर्ज प्लॉट हड़पने के लालच में पति ने की उसकी नृशंस हत्या। जानें पूरी कहानी, कब, कैसे और क्यों हुआ यह खौफनाक जुर्म।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
एक मां जिसने अपने पहले पति को खोने के बाद पांच बच्चों के साथ ज़िंदगी की जंग लड़ी। एक ट्रक ड्राइवर ने उसका भरोसा जीता, प्यार का वादा किया और फिर निकाह कर लिया। लेकिन जिसे हम हमसफ़र समझते हैं, जब वही ख़ूनी बन जाए तो कहानी सिर्फ दर्दनाक नहीं, रूह कंपा देने वाली बन जाती है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहां 50 गज के एक प्लॉट के लालच में एक महिला का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया। कातिल कोई और नहीं, उसका दूसरा शौहर निकला।
18 अप्रैल 2025 की सुबह करीब 11 बजे मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र में हल्की उमस के बीच जब पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी में व्यस्त थे, तभी एक बुजुर्ग महिला पूनम थाने पहुंची। उसने अपनी बेटी तबस्सुम के 5-6 दिन से लापता होने की सूचना दी। बताया कि 11 अप्रैल को उसका पति शाने आलम उर्फ रेहान उसे मायके से लेकर गया था, लेकिन उसके बाद से कोई अता-पता नहीं है।
शुरू हुई जांच, शक की सुई पति पर
पूनम की शिकायत के बाद पुलिस ने तत्काल गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पूछताछ में पता चला कि रेहान ट्रक ड्राइवर है। जब पुलिस ने उससे सवाल किए तो उसने कहा कि तबस्सुम 12 अप्रैल को खुद मायके लौट गई थी। हालांकि, पुलिस को उसके बयानों में लगातार विरोधाभास दिखा।
कॉल डिटेल्स और सख्त पूछताछ ने खोले राज
पुलिस ने तबस्सुम और रेहान के मोबाइल की कॉल डिटेल्स व लोकेशन ट्रेस की। धीरे-धीरे जब पुलिस ने सख्ती बढ़ाई, तो रेहान टूट गया और एक ऐसी सच्चाई सामने आई जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया।
कत्ल की कहानी: ईंट से सिर पर वार, खुरपी से सिर काटा
पुलिस पूछताछ में रेहान ने कबूल किया कि उसने अपनी पत्नी तबस्सुम की बेरहमी से हत्या की है। पहले सिर पर ईंट मारी और फिर खुरपी से सिर काट दिया। हत्या के बाद उसने धड़ को घर के भीतर गड्ढा खोदकर दफना दिया और सिर व खुरपी को एक थैले में डालकर गांगन नदी में फेंक आया।
प्लॉट बना खून की वजह
यह खौफनाक वारदात तब शुरू हुई जब तबस्सुम के पहले पति आसिफ की मौत हो गई थी और वह 50 गज के प्लॉट में पांच बच्चों के साथ रहने लगी थी। इसके कुछ समय बाद रेहान उसकी जिंदगी में आया और प्यार का झांसा देकर निकाह कर लिया। शुरू में सब ठीक चला लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, रेहान तबस्सुम से वह प्लॉट अपने नाम कराने की जिद करने लगा।
प्यार से शुरू, प्लाट पर खत्म
तबस्सुम के इनकार के बाद झगड़े बढ़ते गए और आखिरकार 11 अप्रैल को रेहान उसे मायके से अपने साथ लाया। उसी रात उसने खौफनाक साजिश को अंजाम दिया।
पुलिस की मुस्तैदी और मोबाइल सर्विलांस से खुली परतें
रेहान लगातार तबस्सुम के मोबाइल से उसकी एक्टिविटी दिखाता रहा ताकि किसी को शक न हो। लेकिन मोबाइल लोकेशन ने उसकी साजिश की पोल खोल दी। पूछताछ में जब उसने बार-बार विरोधाभासी बयान दिए, तो पुलिस को शक गहराया और फिर उसकी निशानदेही पर तबस्सुम का धड़ घर से बरामद कर लिया गया।
बेसहारा हुए पांच मासूम बच्चे
इस दिल दहला देने वाले हत्याकांड के बाद तबस्सुम के पांच मासूम बच्चे बेसहारा हो गए हैं। समाज आज यह सोचने को मजबूर है कि क्या महज 50 गज की जमीन के लिए कोई इतना दरिंदा बन सकता है?