google.com, pub-2721071185451024, DIRECT, f08c47fec0942fa0
जिंदगी एक सफरव्यापारसमाजसांस्कृतिक

खनकती है, संवरती है और आखिर टूट जाती है, फिर भी कमाल है यहाँ की बेहतरीन चूडियां…

IMG-20250425-WA1620
IMG-20250425-WA1484(1)
IMG-20250425-WA0826
IMG-20250502-WA0000
Light Blue Modern Hospital Brochure_20250505_010416_0000
Green Modern Medical Facebook Post_20250505_080306_0000
IMG-20250513-WA1941
346 पाठकों ने अब तक पढा

ब्रजकिशोर सिंह और संजय की रिपोर्ट

देश का हर शहर अपनी किसी न किसी खूबी के लिए जाना जाता है। ऐसा ही एक शहर है फिरोजाबाद, जो रंगबिरंगी चुड़ियों के लिए जाना जाता है। भारत की राजधानी, नई दिल्ली से लगभग 200 किमी दूर स्थित एक छोटा औद्योगिक शहर, फिरोजाबाद कांच उद्योग के लिए मशहूर है। 

उत्तर प्रदेश राज्य के शहर फिरोजबाद में चूड़ी बनाना एक घरेलू व्यवसाय है। यहां कांच के कारखाने पीढ़ियों से पारंपरिक तरीकों से चलाए जा रहे हैं। फिरोजाबाद के बाजार में रंगबिरंगी गलियों से जाते हुए अपने दोनों ओर देख आपका मन भी रंगीन हो जाएगा।

फिरोजबाद चूड़ियों का इतिहास

फिरोजाबाद को प्राचीन समय में चंद्रवारनगर के नाम से जाना जाता था। फिरोजाबाद जिला उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा डिवीजन के जिलों में से एक है। फिरोजाबाद में मुख्य रुप से चूडियों का कारोबार होता है। कांच की चूड़ियों के उद्योगों के कारण फिरोजाबाद को सुहाग नगरी भी कहा जाता है। फिरोजाबाद में 200 से भी अधिक सालों से कांच की चूड़ियों बन रही हैं। ये शहर अब दुनियाभर में कांच की चूड़ियों का सबसे बड़ा निर्माता है। 

कब और कैसे हुई थी इस उद्योग की शुरुआत?

माना जाता है कि फिरोजाबाद में हाजी रुस्तम द्वारा उद्योग की शुरुआत की गई थी। जिसे रुस्तम उस्ताद ने 1920 में शुरू किया। फिरोजाबाद में कांच उद्योग के पिता हाजी रुस्तम को हर साल श्रद्धांजलि दी जाती। और भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। इस तरह फिरोजाबाद में चूड़ियों के कारखानों का विस्तार हुआ। और ये शहर चूड़ियों के लिए जाना जाने लगा। 1989 के कराब यहां अन्य कांच की चीजों का कारोबार भी होने लगा। 

फिरोजाबाद में कांच के झूमर

फिरोजाबाद में चूड़ियों के अलावा कांच के झूमर भी बनाए जाते हैं कहा जाता है कि यहां कि आबादी घनी है। यहां ज्यादातर लोग कांच के कोरोबार से जुडे हैं। फिरोजाबाद में घरों कि महिलाएं चूडियों पर पालिश और हिल लगाकर अच्छा खासा पैसा कमा लेती हैं। फिरोजाबाद शहर में आप अपने चारों ओर रंग बिरंगी चूडियों को देख सकते हैं। 

फिरोजाबाद की चूड़ियां विदेशों में भी मशहूर

फिरोजाबाद में चूड़ियों के कारखानों का कारोबार प्रतिदिन करोड़ों रुपए के टर्न ओवर के हिसाब से होता है। 

यहां चूड़ियाें किसी एक रेट में उपलब्ध नहीं है बल्कि 10, 20 रुपए से लेकर पांच हजार तक की चूड़ियां बजार में उपलब्ध हैं। 

फिरोजाबाद की चूड़ियां केवल देश के अलग- अलग राज्यों  जैसे उड़ीसा, राजस्थान, दिल्ली, बिहार और मध्य प्रदेश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी भेजी जाती हैं। जिसमें अमेरिका और स्वीडन जैसे देश शामिल हैं। 

फिरोजाबाद में  कांच के कारोबार पर कोरोना की मार 

कोरोना वायरस से लोगों के जीवन पर काफी बुरा असर पड़ा है। लॉकडाउन के चलते शहरों के कारखानों को बंद करा दिया गया था।

फिरोजाबाद जिले में करीब 125 चूड़ियों के कारोबार भी ठप पड़ गए। लॉकडाउन होने के बाद यहां के लोग बेरोजगार हो गए हैं। जहां लाखों श्रमिकों को कारखानों से निकाल दिया गया।

Author:

हटो व्योम के मेघ पंथ से स्वर्ग लूटने हम आते हैं

[embedyt] https://www.youtube.com/embed?listType=playlist&list=UU7V4PbrEu9I94AdP4JOd2ug&layout=gallery[/embedyt]
Tags

Back to top button
Close
Close