लखनऊ में इफ्तार पार्टी के दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी और योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने धार्मिक सद्भाव, पुलिस दुरुपयोग और सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। पढ़ें पूरी खबर।
लखनऊ में शनिवार को आयोजित इफ्तार पार्टी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने मुस्लिम समुदाय के प्रमुख लोगों के साथ रोज़ा इफ्तार किया और बीजेपी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा।
बीजेपी पर कसा तंज
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर हम मंदिर बनाते हैं तो भी बीजेपी को दिक्कत होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी का व्यवहार ऐसा है कि केवल मस्जिद ही नहीं, बल्कि सभी धर्म स्थलों को खतरा है। उन्होंने बीजेपी नेताओं को इतिहास से सीखने की नसीहत देते हुए कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां सभी धर्मों को समान अधिकार प्राप्त हैं और यहां के लोग सद्भावना के साथ रहते हैं। लेकिन बीजेपी नफरत की राजनीति को बढ़ावा दे रही है।
योगी सरकार पर तीखा हमला
इफ्तार पार्टी के दौरान अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि केवल भगवा धारण कर लेने से कोई योगी नहीं बन जाता, बल्कि विचारों से योगी बना जाता है। उन्होंने योगी सरकार को ’30 मार खां सरकार’ बताते हुए कहा कि इस सरकार से कोई भी सवाल पूछो तो 30 में ही जवाब दे दिया जाता है।
उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि आयोजन समाप्त होने के बाद भी वहां हजारों परिवार अपने बिछड़े हुए परिजनों की तलाश में हैं, लेकिन सरकार इन मामलों को दबाने में लगी हुई है।
पुलिस को मिली खुली छूट
सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने पुलिस को गलत काम करने की खुली छूट दे रखी है। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं और सरकार अपने राजनीतिक फायदे के लिए पुलिस बल का दुरुपयोग कर रही है।
गंगा-जमुनी तहजीब का उदाहरण
इफ्तार पार्टी के आयोजक फखरुल हसन ने कहा कि अखिलेश यादव के इफ्तार में शामिल होने से देश में एकता और सद्भावना का संदेश गया है। उन्होंने कहा कि हिंदू-मुस्लिम का एक साथ एक ही मेज पर बैठकर भोजन करना ही गंगा-जमुनी तहजीब की पहचान है और लखनऊ की संस्कृति इसी भाईचारे को दर्शाती है।
इस अवसर पर यहियागंज गुरुद्वारा के प्रवक्ता गुरमीत सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि इफ्तार में शामिल होकर उन्हें बहुत अच्छा महसूस हुआ और इस तरह के आयोजन समाज में एकजुटता को बढ़ावा देते हैं।

अखिलेश यादव के इस बयान और इफ्तार पार्टी में उनकी उपस्थिति को राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इफ्तार के बहाने सपा प्रमुख ने न केवल बीजेपी और योगी सरकार पर हमला बोला, बल्कि अपने समर्थकों को भी एकता का संदेश देने की कोशिश की।
➡️अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

Author: samachardarpan24
जिद है दुनिया जीतने की