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26 March 2025 3:41 pm

मायावती का बड़ा बयान: मनुस्मृति, बीजेपी और कांग्रेस पर साधा निशाना

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 बसपा प्रमुख मायावती ने मनुस्मृति, आरक्षण और कानून-व्यवस्था को लेकर बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने संविधान में बदलाव के प्रयासों का विरोध करने की बात कही। पढ़ें पूरी खबर।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने मनुस्मृति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को मनुस्मृति का पूरा ज्ञान था। इसके अलावा, उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए आरक्षण और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा।

संविधान और आरक्षण पर बसपा का कड़ा रुख

मायावती ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर लगातार तीन पोस्ट किए। उन्होंने स्पष्ट किया कि बसपा किसी भी कीमत पर संविधान में बदलाव नहीं होने देगी। उन्होंने कहा:

“कांग्रेस, बीजेपी और अन्य कोई भी पार्टी अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए संविधान को नहीं बदल सकती। यदि जरूरत पड़ी तो बसपा इसके विरुद्ध संघर्ष करने के लिए पूरी तरह तैयार है।”

योगी सरकार पर हमला: कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल

इसके साथ ही मायावती ने योगी सरकार के आठ साल के शासन को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था बेहद खराब हो चुकी है और जनता इससे बेहद परेशान है। उन्होंने सरकार से इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने की अपील की।

मनुस्मृति पर मायावती का दो टूक जवाब

मनुस्मृति को लेकर दिए गए बयान में मायावती ने कहा:

“बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर को मनुस्मृति का पूरा ज्ञान था, और उनके अनुयायी के रूप में मुझे भी इसका पूरा ज्ञान है। इसी अन्यायपूर्ण व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाने और पीड़ितों को उनके अधिकार दिलाने के लिए बसपा की स्थापना हुई थी।”

जगद्गुरु रामभद्राचार्य की प्रतिक्रिया

गौरतलब है कि हाल ही में जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने मनुस्मृति को लेकर मायावती पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि

“मनु को गाली देने वालों को क्या कहूं? बहन कहने में भी संकोच हो रहा है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती को मनुस्मृति के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

इतना ही नहीं, रामभद्राचार्य ने भीमराव अम्बेडकर को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि अगर अम्बेडकर को संस्कृत का सही ज्ञान होता, तो वे मनुस्मृति को जलाने का प्रयास नहीं करते।

मायावती के इस बयान से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जहां बसपा संविधान और आरक्षण की सुरक्षा को लेकर मुखर है, वहीं विपक्षी दल उनके बयानों पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अब देखना होगा कि इस मुद्दे पर अन्य पार्टियों की क्या प्रतिक्रिया आती है।

➡️अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

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