“उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जहां पोते ने दादा का मोबाइल चुराकर UPI के जरिए 3.40 लाख रुपये उड़ा लिए। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जानिए पूरी खबर!”
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने अपने ही दादा के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करके UPI के जरिए 3.40 लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोपी की पहचान अनुज यादव उर्फ शुभम यादव के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
सूत्रों के अनुसार, शिव कुमार यादव, जो कि 2013 में रेलवे से सेवानिवृत्त हुए थे, पिछले साल मई में अपने गांव आए थे। इसी दौरान उनके पोते अनुज ने धोखे से उनका मोबाइल चुरा लिया। जब अनुज को उनके खाते में जमा पैसों की जानकारी मिली, तो उसने फर्जी UPI खाता बनाकर 6 किस्तों में 2.97 लाख रुपये अपने और अपनी मां के खाते में ट्रांसफर कर दिए।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
चार महीने पहले अनुज ने हिमांशु चौरसिया नामक दुकानदार से 40 हजार रुपये का नया मोबाइल फोन खरीदा। उसने UPI स्कैनर के जरिए भुगतान किया, लेकिन पैसे दुकानदार के खाते में नहीं पहुंचे। जब दुकानदार ने बैंक से संपर्क किया, तो उसे बताया गया कि यह लेन-देन साइबर फ्रॉड से जुड़ा है।
शक होने पर हिमांशु चौरसिया ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने साइबर सेल को जांच सौंप दी।
अनुज ने कबूला गुनाह
साइबर सेल प्रभारी सियाकांत चौरसिया के अनुसार, जब पुलिस ने अनुज को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली। इसके बाद उसके खिलाफ आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
यह मामला साइबर फ्रॉड और डिजिटल लेन-देन की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण सबक है। लोगों को अपने मोबाइल फोन और बैंकिंग डिटेल्स की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना चाहिए, ताकि इस तरह की धोखाधड़ी से बचा जा सके।
➡️ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की