“अखिलेश यादव के ‘गौशाला बनाम इत्र’ बयान ने यूपी की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने भाजपा की नीतियों पर तंज कसते हुए योगी सरकार की फ्री शराब योजना पर भी सवाल उठाए। पढ़ें पूरी खबर!”
समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ‘गौशाला की दुर्गंध’ बनाम ‘इत्र की सुगंध’ बयान ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। उनके अनुसार, भाजपा गौशाला के माध्यम से दुर्गंध फैला रही है, जबकि सपा इत्र के जरिए सुगंध फैलाने का काम कर रही है।
चंद्रशेखर आजाद की प्रतिक्रिया
सपा अध्यक्ष के इस बयान पर नगीना सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह उनका व्यक्तिगत बयान है। हमें संविधान पसंद है और हम उसे पूरी तरह से लागू करने के लिए प्रयासरत हैं।”
अखिलेश यादव का योगी आदित्यनाथ पर तंज
कन्नौज पहुंचे अखिलेश यादव ने मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा,
“अगर मैं यह कहूं कि मेरे आदर्श योगी जी हैं, तो हम पागल हो जाएंगे। सोचिए, मुझे किस तरह के कपड़े पहनने पड़ते?”
इसके बजाय, सपा प्रमुख ने स्पष्ट किया कि उनके आदर्श डॉ. राम मनोहर लोहिया, डॉ. भीमराव अंबेडकर और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कन्नौज में समाजवादी भाईचारे की खुशबू फैलाई गई है, जबकि भाजपा नफरत की बदबू फैला रही है। इसके साथ ही उन्होंने कन्नौज की जनता से आग्रह किया कि भाजपा की इस दुर्गंध को पूरी तरह से खत्म करें और विकास को आगे बढ़ाएं।
गौशाला और इत्र पार्क पर अखिलेश का बयान
गौशाला को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा,
“भाजपा के लोग दुर्गंध पसंद करते हैं, इसलिए वे गौशालाएं बना रहे हैं। हम सुगंध पसंद कर रहे थे, इसलिए इत्र पार्क बना रहे थे।”
इसके साथ ही उन्होंने यूपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार अब सांड पकड़ने में लगी हुई है।
फ्री शराब योजना पर सपा प्रमुख का हमला
अखिलेश यादव ने शराब की “एक बोतल खरीदो, एक फ्री पाओ” योजना पर भी योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा,
“योगी जी ने अब जनता के लिए पार्टी टाइम शुरू कर दिया है। यह कैसी सरकार है, जो नवरात्र के मौके पर फ्री शराब की योजना लेकर आई है?”
गौरतलब है कि 31 मार्च तक पुराने स्टॉक को खत्म करने के लिए शराब के ठेकों पर यह ऑफर दिया जा रहा है, जिससे दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। विपक्ष इस फैसले पर सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है।
अखिलेश यादव के इस बयान ने यूपी की राजनीति में गर्मी बढ़ा दी है। जहां एक ओर उन्होंने भाजपा की गौशाला नीति पर सवाल उठाए, वहीं दूसरी ओर इत्र उद्योग को बढ़ावा देने की बात की। साथ ही, योगी सरकार की शराब नीति को लेकर भी उन्होंने निशाना साधा। आगामी चुनावों के मद्देनजर यह बयान सियासी हलकों में कितनी हलचल मचाएगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
➡️सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की