नई दिल्ली, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एनटीपीसी की सीपत सुपर थर्मल पावर परियोजना चरण-III (1×800 मेगावाट) की आधारशिला रखी। यह परियोजना ₹9,791 करोड़ के निवेश से विकसित की जा रही है और इससे छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गोवा को सस्ती और विश्वसनीय ऊर्जा आपूर्ति मिलेगी।
देश के लिए महत्वपूर्ण ऊर्जा परियोजना
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने ₹33,700 करोड़ से अधिक लागत वाली विभिन्न ऊर्जा, तेल एवं गैस, रेल, सड़क, शिक्षा और ग्रामीण आवास परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी और कई परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। इस महत्वपूर्ण समारोह में छत्तीसगढ़ के माननीय राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, केंद्रीय विद्युत एवं आवासन मंत्री श्री मनोहर लाल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, समेत अन्य वरिष्ठ मंत्री, सांसद और विधायक उपस्थित थे।
अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस बिजली संयंत्र
एनटीपीसी की सीपत पिट-हेड ऊर्जा परियोजना, अल्ट्रा-सुपर क्रिटिकल टेक्नोलॉजी पर आधारित है, जो इसे देश के सबसे अधिक ऊर्जा उत्पादन क्षमता वाले संयंत्रों में से एक बनाती है। सीपत III (1×800 मेगावाट) संयंत्र के शुरू होने के बाद, सीपत सुपर थर्मल पावर स्टेशन (एसटीपीएस) की कुल स्थापित क्षमता 3,780 मेगावाट तक पहुंच जाएगी।
भारत की ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास में योगदान
यह परियोजना एनटीपीसी की ऊर्जा सुरक्षा, सतत विकास और सामाजिक-आर्थिक प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इससे छत्तीसगढ़ का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा, जिससे राज्य की राष्ट्रीय विकास यात्रा में भागीदारी और अधिक सशक्त होगी। साथ ही, यह परियोजना क्षेत्र में आर्थिक विकास को गति देकर स्थानीय लोगों के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करेगी।

छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी सीपत-III परियोजना का शुभारंभ देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह परियोजना केवल ऊर्जा उत्पादन ही नहीं, बल्कि स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक उन्नति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
➡️हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट

Author: samachardarpan24
जिद है दुनिया जीतने की