संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट। सरकारी जमीनों पर अवैध कब्ज़ा करने वालों पर प्रशासन का बुलडोजर बड़ी तेज़ी से दौड़ रहा है जिसके कारण भू माफियाओं में शासन प्रशासन द्वारा की जा रही कार्यवाही का खौफ ख़ूब देखने को मिल रहा है लेकिन कुछ भू माफियाओं द्वारा शासन प्रशासन को चुनौती पेश की जा रही है जो शासन के निर्देशों को दर किनार करते हुए सरकारी जमीनों पर अवैध कब्ज़ा करते हुए नज़र आ रहे हैं और ज़िम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है जिसके कारण सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से कब्ज़ा करने वाले भू माफिया अपनी मनमानी करते हुए नज़र आ रहे हैं l
शासन द्वारा तालाबों और कुओं के मरम्मतीकरण व सुंदरीकरण के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किया जा रहा है लेकिन कुछ दबंग भू माफियाओं द्वारा सरकारी कुएं की ज़मीन पर अवैध कब्जा करते हुए मकान निर्माण करवा लिया गया है और कुएं को ही गायब कर दिया गया है l
*ऐसा ही एक मामला सामने आया है सदर तहसील कर्वी की ग्राम पंचायत कसहाई में सरकारी कुएं को ख़त्म कर कराए गए मकान निर्माण का l*
सदर तहसील की ग्राम पंचायत कसहाई में कर्वी रगौली मेन रोड के किनारे मूड़ा बाबा तालाब के बगल में एक सरकारी कुआं स्थित था जिसका निर्माण पूर्ववर्ती सरकार में कराया गया था इस कुएं के साथ चार अन्य कुओं का भी निर्माण कार्य कराया गया था जिसमें एक कुआं अनुसूचित जाति (चमार)बस्ती कसहाई, एक कुआं अनुसूचित जाति (मेहतर) बस्ती कसहाई में व एक कुएं का निर्माण कुंजन पुरवा में कराया गया था सरकार द्वारा कसहाई ग्राम पंचायत में पेयजल व्यवस्था के लिए चार कुओं का निर्माण कार्य कराया गया था जिससे ग्रामीणों को पेयजल व्यवस्था उपलब्ध होती थी इन कुओं के पानी से सैकड़ों परिवारों की प्यास बुझती थी l लेकिन आज़ भू माफियाओं द्वारा कुओं का आस्तित्व ही खतम किया जा रहा है l
ग्राम पंचायत कसहाई में कुएं को ख़त्म कर मकान निर्माण कराने वाला भू माफिया अपने पैसे व रसूख के दम पर शासन के निर्देशों को दर किनार कर मकान निर्माण करा लिया है जिसकी मनमानी पर ग्राम प्रधान व लेखपाल तक रोक लगाने में नाकाम साबित हुए हैं जिसके कारण भू माफिया द्वारा पहले एक मंज़िल फिर तीन मंजिला मकान निर्माण कराया गया है और उसी कुएं की ज़मीन पर निर्मित मकान पर ईंट, गिट्टी व बालू भंडारण कर सप्लायर का काम किया जा रहा है l
कुएं को खत्म करके बनाए गए इस मकान को कोविड़ के दौरान निर्माण कराया गया था कोविड के दौरान जहां आम जनमानस अपनी जिंदगी सुरक्षित करने में जुटे हुए थे वहीं भू माफियाओं द्वारा कोविड का फ़ायदा उठाकर कुएं को ख़त्म करके मकान निर्माण करा लिया गया था जिसके कारण ज़िम्मेदार अधिकारियों द्वारा भी कोई ध्यान नहीं दिया गया था जबकि इस बारे में जून 2021में प्रमुखता से ख़बर भी प्रकाशित की गई थी लेकिन किसी भी ज़िम्मेदार अधिकारी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई थी l
सबसे बड़ी सोंचने वाली बात यह है कि एक तरफ जहां मुख्यमंत्री योगी सरकारी जमीनों पर अवैध कब्ज़ा करने वाले भू माफियाओं पर सख़्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं वहीं दूसरी ओर ज़िम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी व ग्राम प्रधान व लेखपाल की मिलीभगत से सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से कब्ज़ा करवाया जा रहा है l
अब देखना यह है कि ज़िला प्रशासन कब उपरोक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकारी कुएं को खत्म कर कराए मकान निर्माण को ध्वस्त कराते हुए कुएं की सरकारी ज़मीन अवैध कब्ज़ा करने वाले भू माफिया के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करने का काम करेगा यह एक बड़ा सवाल है l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."