दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुरः हरियाणा के नूंह में हिंसा भड़कने के बाद कानपुर को हाई अलर्ट पर रखा गया है। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। पुलिस की सूझबूझ से कानपुर शहर का माहौल बिगड़ने से बच गया, जिसमें राजनीतिक तड़का भी लगाया जा रहा था। कानपुर में एक परिवार ने अपनी 14 वर्षीय बेटी को घर में बंधक बना लिया। इसके बाद एक समुदाय विशेष के युवक पर अपहरण, जबरन शादी का दबाव बनाना जैसी गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई। साथ ही बिल्हौर से बीजेपी विधायक का थाने पहुंच कर समुदाय विशेष के आरोपियों को धमकाते हुए वीडियो भी वायरल हुआ। वीडियो में विधायक आरोपियों से कह रहे थे कि भूसा भरा दिया जाएगा, यह सपा की सरकार नहीं है।
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने सूझबूझ दिखाते हुए पूरे घटनाक्रम की जांच कराई। पुलिस ने नाबालिग के घर के आसपास लगे सीसीटीवी को खंगाला। पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए वादी के घर से ही नाबालिग को बरामद कर लिया, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस वादी को लेकर बैकफुट पर नजर आ रही है। वादी ने पुलिस को गुमराह किया। साथ ही एक समुदाय विशेष के युवक पर झूठा मुकदमा दर्ज कराया, लेकिन पुलिस ने वादी पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
क्या था मामला
बिल्हौर थाना क्षेत्र में रहने वाली नाबालिग कक्षा-8 की छात्रा है। नाबालिग के परिजनों का आरोप है कि आलीशान उर्फ साहिल नाम का युवक बेटी को पिछले डेढ़ महीने से परेशान कर रहा था। स्कूल जाते वक्त उसका पीछा करता था। परिजनों का आरोप था कि साहिल बेटी को बहला-फुसलाकर ले गया है। आरोपी बिल्हौर चेयरमैन का रिश्तेदार था। नाबालिग के परिजनों ने बिल्हौर थाने में आरोपी समेत परिवार के 8 लोगों के खिलाफ किडनैपिंग, जबरन शादी के लिए विवश करना, षड्यंत्र की धाराओं में केस दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में साहिल के परिजनों और बिल्हौर चेयरमैन इखलाख खान को उठाया था।
वादी ने घर में छिपाकर अपहरण का केस दर्ज कराया था
आरोपी साहिल को जब पता चला कि उसके परिजनों को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया है। इसके बाद साहिल ने खुद को थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। पुलिस ने जब साहिल से पूछा कि नाबालिग कहां है तो उसने कहा कि मैं बहला-फुसलाकर नहीं ले गया हूं। यदि मैं किसी लड़की को ले जाता तो थाने क्यों आता। इस बात पर पुलिस को कुछ शक हुआ तो नाबालिग के परिजनों के घर की तलाशी ली। नाबालिग अपने ही माता-पिता के घर में मिली। वादी पक्ष ने नाबालिग को घर में छिपाकर अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था।
राजनीतिक द्वेष की बात भी आ रही सामने
पुलिस ने 161 के बयान दर्ज करने के बाद मुकदमे में पॉक्सो और आईपीसी की धारा 376 को बढ़ाया है। यह पूरा मामला राजनीतिक उठा पटक से प्रेरित है। इस मामले को राजनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है। बिल्हौर विधानसभा सीट से राहुल बच्चा विधायक हैं। वहीं, नगर निकाय चुनाव में बिल्हौर चेयरमैन सीट पर इखलाख खान ने शानदार जीत दर्ज की थी। बीजेपी विधायक और चेयरमैन की आपस में नहीं बनती है।
सीसीटीवी फुटेज ने खोला राज
डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि एक शख्स ने बिल्हौर पुलिस को सूचना दी कि उसकी नाबालिग बेटी घर से लापता है। अलीशान नाम का युवक उसे बहला फुसलाकर ले गया है। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज किया था। क्राइम ब्रांच की तीन टीमों का गठन किया गया था। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो देखा गया कि नाबालिग रात के वक्त घर से निकलती है और ढ़ाई घंटे बाद वापस लौटती है। इसके बाद नाबालिग को घर से बाहर निकलते हुए नहीं देखा गया था।
आरोपी युवक से पूछताछ की तो उसने बताया कि नाबालिग रात में उससे मिलने के लिए गई थी। जब वादी के घर को सर्च किया गया, तो नाबालिग अपने ही घर से बरामद हो गई। आरोपी को जेल भेजा जा रहा है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."