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November 23, 2024 3:55 am

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ज़ुल्म ओ सितम की ऐसी इबारत लिखता रहा यह खानदानी ज़ालिम जिसे सदियों बाद भी याद कर सिहर उठेंगे लोग

15 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

प्रयागराज के चकिया, कसारी-मसारी की गलियों के मामूली गुंडे से पूर्वांचल के बाहुबली माफिया अतीक अहमद बनने तक के 44 साल के आपराधिक जीवन में अवैध कारोबार, जुल्मोसितम, अपहरण, कब्जा, रंगदारी के सैकड़ों मामले सामने आ चुके हैं। साथ ही कई और मामले भी धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। पीड़ित अतीक अहमद, अशरफ और उनके बेटों उमर-अली तथा गुर्गों के खिलाफ थानों पर मुकदमा लिखवा रहे हैं।

इसी तरह का एक गम्भीर आरोप और सामने आया है। एक बड़े बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम ने अतीक, अशरफ और अली अहमद, उमर तथा उनके गुर्गों असद कालिया, एहतेशाम करीम, अजय, मोहम्मद नसरत के खिलाफ 5 करोड़ रुपये की रंगदरी मांगने, किडनैपिंग करने, जान से मारने की धमकी देने, करोड़ों की जमीन जबरन कब्जा करने, परिजन को जान से मारने जैसे आरोप लगाए हैं।

कमिश्नर प्रयागराज को दिया था प्रार्थना पत्र,दर्ज हुआ मुकदमा

मोहम्मद मुस्लिम ने इस संबंध में पुलिस कमिश्नर प्रयागराज को तहरीर दी थी, जिनके आदेशानुसार खुल्दाबाद थाने में 26 अप्रैल को आईपीसी की धारा 386,307,147,364,504,506 के तहत अतीक अहमद के बेटे अली अहमद ,उमर और उनके गुर्गों असाद कालिया,एस्तेशाम करीम,अजय,मोहम्मद नसरत के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ है। हालांकि अतीक अहमद का पुत्र अली अहमद सेंट्रल जेल नैनी और उमर लखनऊ की जेल में बन्द है। वहीं असाद कालिया को कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया गया है।

मोहम्मद मुस्लिम ने आरोप लगाया कि 2006 से ही जब वह प्लाटिंग का कार्य शुरू किया तभी से स्थानीय माफिया अतीक अहमद उसका भाई अशरफ और उसके गुर्गे लगातार धमकी जबरन जमीन पर कब्जा,बेचना रंगदारी मांगना शुरू कर दिए थे। डर से मोहम्मद मुस्लिम परिवार सहित लखनऊ में रहने लगा था लेकिन उसका पीछा लखनऊ तक जारी रहा। लगातार उनसे रंगदारी उसूली जाती रही।

करोड़ों की जमीन मुफ्त में बैनामा करने का दबाव

मोहम्मद मुस्लिम ने अपनी तहरीर में लिखा कि वर्ष 2021-22 में अतीक अहमद का गुर्गा असाद कालिया लखनऊ स्थित उसके घर पर बार-बार आकर 15 करोड़ की देवघाट की जमीन के भूखंडों को अतीक अहमद के बेटों अली अहमद और उमर के नाम जबरिया रजिस्ट्री करने के लिए धमकी देता था। दबाब बनाने के लिए फोन से अली अहमद और उमर से बात करता था। मो०मुस्लिम ने अपनी तहरीर में आगे लिखा कि एक बार काम के सिलसिले में जब वह अपने खुल्दाबाद स्थित घर आया था तो चकिया तिराहे पर असाद कालिया, उमर,अली अहमद जिसके साथ में अतीक़ अहमद का गनर एहतेशाम करीम,अजय व मो०नसरत ने जबरिया घेर लिया।

अतीक अहमद के लिए 5 करोड़ रुपये रंगदारी की मांग करते हुए घसीटते हुए अपनी गाड़ी में बैठा लिया। अतीक अहमद के ऑफिस के ऊपर वाले कमरे में ले जाकर बन्द कर प्रताड़ित किया। बुरी तरह से मारा-पीटा। 5 करोड़ की रंगदारी और अली उमर के नाम करोड़ों की जमीन का बैनामा करने को कहने लगे। उन्होंने कहा कि हाथ जोड़कर जान बचाने की दुहाई लगाने पर अली अहमद ने जान से मारने की नीयत से मेरे गले में बेल्ट बांधकर घसीटा और बाहर बारजे पर लटकाकर मारने का प्रयास करते हुए धमकाया कि अगर जीवित रहना है तो तुम्हारे प्रत्येक जमीन और प्लॉट में हम लोगों को हिस्सा रंगदारी के रूप में देना पड़ेगा।

1 करोड़ 20 लाख की दी रंगदारी, तब बची जान

मुस्लिम ने कहा कि किसी तरह से हाथ पैर जोड़कर 2 दिन का समय लेकर जान बचाई। बाद में असाद कालिया के हाथों 1 करोड़ 20 लाख रुपया दिया। मो. मुस्लिम ने आगे तहरीर में लिखा कि अतीक अहमद के बेटों को उनके गुर्गों के डर से वह कभी कभार ही प्रयागराज आता था। वह लखनऊ स्थित फ्लैट में अपनी बीवी को बच्चों के साथ डर-डर के रहता था क्योंकि अली और उमर लगातार फोन से धमकाते रहते थे। बच्चों को जान से मारने की धमकी देते थे। मेरा परिवार बहुत डरा हुआ था। एक बंधक की तरह छिपकर रहता था।

असद और उसके गुर्गे धमकी देने पहुंचे थे लखनऊ

जनवरी 2023 से अतीक अहमद का बेटा असद अज्ञात लोगों के साथ फ्लैट पर आकर गाली गलौज व धमकी देकर रंगदारी का पैसा मांगता था। असद जेल में अपने भाई उमर व अली से बात करा उन्हें जान से मारने की धमकी गाली गलौज करते हुए पैसे की मांग करता था। जिससे उसका पूरा परिवार बुरी तरह से सहमा हुआ था।

धमकी वसूली का व्हाट्सएप मैसेज ,रिकार्डिंग मौजूद

मुस्लिम ने लिखा कि वसूली उसके और उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी के व्हाट्सएप मैसेज, रिकार्डिंग उसके पास सबूत के तौर पर मौजूद हैं, जिसे पुलिस को बाद में उपलब्ध करा देगा। फिलहाल 26 अप्रैल को इस मामले में मुकदमा खुल्दाबाद कोतवाली में लिखा जा चुका है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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