आटो से बाहर फेंक दिया था छात्रा को, एक महीने बाद आखिरकार दम टूट ही गया और आरोपियों को पुलिस ढूंढ भी नहीं पाई, वीडियो ?

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अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट 

प्रयागराज । करीब एक महीने पहले एक स्टूडेंट को चलते ऑटो से बाहर फेंके जाने के मामले में पुलिस अभी भी खाली हाथ है जबकि पीड़िता की मौत हो गई। नैनी में रहने वाली बीए की छात्रा रितिका श्रीवास्तव कालेज से विक्रम से घर आ रही थी, तभी विक्रम में बैठे कुछ लोगो ने रितिका को अकेले देख कर उसके जेवरात छीनने लगे। रितिका ने जब विरोध किया, तो बदमाशो ने जेवरात छीन कर उसको चलती विक्रम से धकेल दिया। जिससे रितिका बीच सड़क पर गिर गई. इस घटना में रितिका के सर पर गंभीर चोट लगी और वो कोमा में चली गई थी।

घटना के करीब एक महीने बाद इलाज के दौरान रितिका की सांसे बुधवार की रात में थम गई। परिवार के लोग इस घटना से काफी स्तब्ध है। उनका कहना है कि ऑटो में बदमाशों ने पहले रितिका को पीटा था और सामान छीनने के बाद उसको ऑटो से धक्का दे दिया। इस घटना से रितिका के परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं। उनका कहना है की अभी तक इस मामले में सिर्फ ऑटो का ड्राइवर अजय कुमार ही पकड़ा गया है। घटना के बाद रितिका के परिवार वालो ने नैनी थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज करा दिया।

 

छात्रा की मौत के बाद सीसीटीवी फुटेज सामने आया तो पुलिस हरकत में आई, आनन फानन में वारदात में इस्तेमाल विक्रम का पता लगा लिया, लेकिन वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस का कहना है कि CCTV फुटेज और अन्य बिंदुओं पर जाच की जा रही है। आरोपियों को गिरफ्तार करके सख्त कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित के परिवार ने खुद प्रयास करके उस सीसीटीवी को खोज निकाला। जिसमे विक्रम से लड़की को फेकते देखा जा सकता है। रितिका की मौत के बाद परिवार के लोग जांच में लापरवाही करने वाले पुलिस कर्मियों पर भी कार्यवाही की मांग की है। जिस पर एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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