दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
रामपुर। मोहब्बत और ममता के फेर में फंसी महिला रात भर फूट-फूट कर रोई। पहले तो बच्चों को छोड़कर महिला प्रेमी के साथ जाने को तैयार हो गई। आधी रात को घर से भागने की कोशिश की तो दरवाजे पर खड़े बच्चों ने रोक लिया। दिन निकलने तक तीनों बच्चे और पति विवाहिता को समझाने में लगे रहे, लेकिन प्रेमी के इश्क में मशगूल महिला ने एक न सुनी और प्रेमी के साथ चली गई। फिर आखिरकार महिला की ममता जाग उठी और वापस अपने घर आ गई, लेकिन प्रेमी को भी वह भुला नहीं सकी। रात भर प्रेमी को याद करके महिला भूट-फूट कर रोई। अब परिजनों ने तीन बच्चों की मां के सिर से इश्क का भूत उतारने के लिएझाड़-फूंक का सहारा लेते हुए विवाहिता का इलाज शुरू करा दिया है।
मां की ममता और प्रेमी की मोहब्बत के बीच उलझी विवाहिता का मामला अजीमनगर थाना क्षेत्र के गांव का है। चार दिन पहले गांव निवासी विवाहिता अपने तीन बच्चों एवं पति को छोड़कर पटवाई क्षेत्र के प्रेमी के साथ फरार हो गई थी। विवाहिता के गायब होने के बाद पति एवं बच्चे पूरी तरह टूट चुके थे। भूखे-प्यासे बच्चे गांव की गलियों एवं रास्तों में रोते-चिल्लाते अपनी मां को तलाश रहे थे। बुधवार सुबह कुछ लोग विवाहिता को लेकर अजीमनगर थाने पहुंच गए।
मां को देख बच्चे चीख मारकर रोने लगे, जबकि दीवार की आड़ में खड़ा पति भी फफक-फफक कर रोता रहा था। दिन भर चली पंचायत और बच्चों की मनुहार के बाद विवाहिता की ममता जीत गई। वह बच्चों की घर चलने की जिद के आगे हार कर प्रेमी का साथ छोड़कर अपने बच्चों और पति के साथ घर वापस आ गई।
घर पहुंच कर रात की तन्हाई में विवाहिता को फिर से अपनी मोहब्बत का एहसास हुआ और प्रेमी का नाम लेकर दहाड़े मार-मार कर रोने लगी। आधी रात को विवाहिता घर से निकली तो दरवाजे पर रखवाली कर रहे तीनों बच्चों ने उसे रोक लिया और घर में चीख-पुकार मचने लगी। चीख-पुकार सुन आसपास के तमाम लोग मौके पर आ गए। पति एवं बच्चों ने दिन निकलने तक रुकने का हवाला देकर विवाहिता को रोके रखा। सुबह पति एवं कुछ रिश्तेदार विवाहिता को झाड़-फूंक वाले के पास लेकर पहुंचे। जहां से उसका इलाज शुरू करा दिया गया है।
Author: samachar
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