कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
रामपुर, भारतीय किसान यूनियन (सुनील) ने आज रामपुर के तहसील मिलक क्षेत्र के गांव रहसेना में किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया। इसमें हजारों किसान और मजदूर शामिल हुए। राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील चौधरी और राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन चतुर्वेदी के नेतृत्व में सैकड़ों गाड़ियों के काफिले ने विभिन्न स्थानों से होते हुए सभा स्थल तक पहुंचकर भव्य स्वागत का अनुभव किया।
किसानों की प्रमुख समस्याएं और मांगें
महापंचायत में राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील चौधरी ने किसानों की प्रमुख समस्याओं को लेकर प्रशासन और सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं से फसलों की बर्बादी, गन्ने का उचित मूल्य, प्राकृतिक आपदा से बर्बाद फसलों का मुआवजा और भूमाफियाओं से जमीन की सुरक्षा जैसी समस्याओं ने किसानों की स्थिति दयनीय बना दी है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर एक सप्ताह में इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
22 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा गया
महापंचायत में जिला अध्यक्ष लालता प्रसाद गंगवार ने तहसीलदार अंकित कुमार अवस्थी को 22 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। मांगों में एमएसपी कानून लागू करना, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करना, किसानों को पेंशन योजना का लाभ, फसली ऋण और बिजली बिल माफ करना, आवारा पशुओं की समस्या का समाधान और किसानों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना शामिल है।
प्रशासन और सरकार पर गंभीर आरोप
महापंचायत में जिला अध्यक्ष ने बिजली विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि छोटे बकायों पर कनेक्शन काट दिए जाते हैं और भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्य प्रणाली में सुधार नहीं हुआ तो किसान आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
किसानों की आवाज बुलंद करने का वादा
राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन चतुर्वेदी ने कहा कि अब देश का किसान जाग गया है और वह सरकार के झूठे वादों में फंसने वाला नहीं है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि हर रविवार को ‘किसान दरबार’ लगाया जाएगा, जहां किसानों की समस्याएं सुनी जाएंगी और उनका निस्तारण किया जाएगा।
इस महापंचायत में प्रमुख रूप से लालता प्रसाद गंगवार, देवेंद्र गंगवार, महावीर गंगवार, विपिन गंगवार, और डॉक्टर जिवेंद्र गंगवार समेत कई नेता उपस्थित रहे। महापंचायत में मौजूद हजारों किसानों ने सरकार को अपने हक के लिए लड़ने का संकल्प लिया।