बरेली

धार्मिक कट्टरवाद की शिकार “रुबीना” अब “पुष्पा” बनी ; धर्म परिवर्तन का यह मामला कैसे बना उदाहरण? पढ़िए इस खबर को

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

तीन तलाक और धर्म परिवर्तन के पिछले दिनों अनेक मामले सामने आए हैं। लेकिन इस बार तीन तलाक का जो मामला सामने आया वह सबसे अलग है। नौ साल तक शौहर के साथ रहने के बाद उसने महिला को तीन तलाक दे दिया गया। तलाक मिलने के बाद महिला को उसके शौहर के दोस्त ने सहारा दिया और उसी के साथ जिंदगी बिताने का फैसला किया। इस पर महिला ने आगे बढ़कर शौहर के दोस्त का हाथ थामा। महिला मुस्लिम थी और शौहर का दोस्त हिंदू। महिला ने शौहर से तलाक मिलने के बाद धर्म बदला, फिर मंदिर में जाकर शादी कर ली।

हम बात कर रहे हैं तीन तलाक पीड़ित रुबीना खान की। रुबीना अब हिंदू धर्म अपनाकर पुष्पा बन चुकी हैं। साथ ही रुबीना से पुष्पा बनकर नवाबगंज के रहने वाले प्रेम कुमार से शादी कर ली। मढ़ीनाथ स्थित अगस्त्य मुनि आश्रम में आचार्य केके शंखधार ने उनका विवाह कराया। मूल रूप से रामपुर की रहने वाली रुबीना ने बताया कि 9 साल पहले उनकी शादी उत्तराखंड के हल्द्वानी निवासी युवक से हुई थी। इसके बाद उसने 3 लड़को को जन्म दिया, लेकिन पति उस पर शक करता था और आए दिन मारपीट करता था। इस बीच उसकी मुलाकात प्रेम कुमार से हुई। प्रेम कुमार उनके पति का दोस्त है इसलिए उनके घर आना जाना था। इसी बीच पति ने रुबीना को तीन तलाक दे दिया तो ऐसे में प्रेम कुमार ने उनका साथ दिया और उन लोगों ने शादी कर ली।

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जान से मारने की धमकी दे रहा था पति 

रुबीना से शादी करने वाले प्रेम कुमार का कहना है कि वह उसे हमेशा खुश रखेंगे। आरोप लगाया कि तलाक देने के बाद भी पति उसे जान से मारने की धमकी दे रहा था। इस वजह से वह काफी डरी सहमी हुई हैं। प्रेम कुमार ट्रक चलाकर परिवार का गुजारा करते हैं।

रुबीना ने हिंदू धर्म में जताई आस्था

प्रेम और रुबीना उर्फ पुष्पा की शादी कराने वाले पंडित केके शंखधार का कहना है कि वे दोनों उनसे मिले और शादी करने की इच्छा जताई। फिर रुबीना ने हिंदू धर्म में आस्था जताकर अपना नाम पुष्पा रखा। फिर शुक्रवार को हिंदू रीति रिवाज से दोनों की शादी करा दी गई।

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"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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