हरजिंदर सिंह की रिपोर्ट
अजमेर। अपने प्रेमी का अपनी सहेली के सम्पर्क में रहना व फोन कॉल करना नागवार गुजरा और गुस्से में आकर घर पर मिलने आई सहेली की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। मर्डर के बाद खुद के घर के बाहर खड़ी की गई सहेली की स्कूटी, मोबाइल व रस्सी सहित अन्य सामान भी दूर छोड़कर आई। इस बात का खुलासा आरोपी महिला ने रामगंज थाना पुलिस की ओर से की गई पूछताछ में किया है। वहीं शनिवार को जब आरोपी अनुराधा को कोर्ट में पेश किया गया तो वो हंसती हुई दिखाई दी। उसे कोई पछतावा नहीं दिखा। इस दौरान उसे टोका तो मुंह पर स्कॉर्फ बांध लिया। लेकिन चेहरे पर फिर भी हंसी ही थी।
मामले की जांच कर रहे रामगंज थाना प्रभारी सतेन्द्रसिंह नेगी ने बताया कि मर्डर के बाद आरोपी महिला अपने परिचितों से मिलने निकल गई। ताकि किसी को कोई शक नहीं हो। रात को भी अपने घर नहीं पहुंची और पड़ोंस में ही परिचित के घर सो गई। दूसरे दिन घर आई और तैयार होकर अहमदाबाद जाने के लिए पाली चली गई। फिर अपने एक परिचित को रात के समय नशे की हालत में मर्डर करने की बात बताई। घबराए परिचित ने पुलिस काे जाकर बताया तो आरोपी पकड़ी गई।
सीआई सतेन्द्रसिंह नेगी ने बताया कि 6 सितम्बर को ज्योति धानका ऊसरी गेट रावण की बगीची स्थित अपने मकान से सुबह 11 बजे स्कूटी लेकर निकली। ज्योति करीब दो बजे अपनी अजय नगर निवासी अपनी सहेली अनुराधा नायक के घर पहुंची। वहां दोनों में बातचीत होती रही। दोनों ही ब्याज पर पैसे का लेन-देन का काम करती थी। ऐसे में उनकी हिसाब किताब को लेकर बातें होती रही।
फोन आना बना वारदात का कारण
अपने पति की मौत के बाद अनुराधा काे एक युवक से प्रेम हो गया था। इसी बीच ज्योति का वहां आना जाना था। इस दौरान प्रेमी व ज्योति आपस में एक दूसरे के सम्पर्क में आए। जब इस बात का पता चला तो अनुराधा ने अपने प्रेमी को टोका और दूर रहने की नसीहत भी दी। जब ज्योति घर पर अनुराधा के पास थी और इसी दौरान ज्योति के मोबाइल पर प्रेमी का कॉल आया और अनुराधा ने इसे देख लिया। इसके बाद ज्योति ने यह बताकर फोन काट दिया कि वह अनुराधा के घर है। मना करने के बावजूद ज्योति से सम्पर्क रखना अनुराधा को नागवार गुजरा और उसने ज्योति को ही रास्ते से हटाने की सोच ली।
पहले स्कूटी, मोबााइल व सामान हटाया
6 सितम्बर की शाम करीब चार बजे ज्योति व अनुराधा में प्रेमी को लेकर हॉट-टॉक हुई और उसने ज्योति का रस्सी से गला दबाकर मार डाला। इसके बाद करीब पांच बजे लाश को कमरे में छोड़कर अनुराधा नहा-धोकर तैयार हुई। फिर ज्योति की स्कूटी, मोबाइल, चप्पल व रस्सी लेकर बाहर निकल गई। स्कूटी को भगवानगंज के पास छोड़ा और सामान वहीं आस पास पटक दिया। इसके बाद इधर उधर घूमकर रात 10 बजे घर पहुंची और आस पास के कुछ लोगों से मुलाकात भी की। ताकि किसी को कोई शक नहीं हो।
पड़ोस में रिश्तेदार के यहां बिताई रात
घर में लाश को छोड़कर फिर अनुराधा पड़ोस में ही अपने परिचित के घर चली गई। वहां पर बातें करने लगी। रात ज्यादा होने का कारण बताते हुए खाना खाकर वहीं पर सो गई। अगले दिन सुबह आठ बजे उठी और अपने घर जाकर तैयार हुई। इसके बाद अपने मकान का ताला लगाया और निकल गई।
सामान मिलने पर पिता ने दर्ज कराई गुमशुदगी
32 साल की ज्योति क्लॉक टावर थाना के उसरी गेट रावण की बगीची में पिता रमेश चंद धानका के साथ रहती थी। ज्योति 6 सितंबर को सुबह 11 बजे घर से निकली और वापस नहीं लौटी। काफी तलाश करने के बावजूद नहीं मिली। सात सितम्बर की सुबह स्कूटी, मोबाइल भगवान गंज में मिले तो पिता ने 7 सितम्बर को ही क्लॉक टावर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
फिर अहमदाबाद जाने के लिए पाली गई
इसी दिन 7 सितम्बर को सुबह 11 बजे करीब अजमेर में अजयनगर स्थित अपने मकान से बाहर निकल गई। बाद में यहां से अनुराधा पाली के लिए रवाना हुई। वहां पहुंचते पहुंचते शाम हो गई तो पाली पहुंचने के बाद उसने हाउसिंग बोर्ड में रहने वाले अपने परिचित सूरज सिंह को कॉल किया। उसने बताया कि वह अहमदाबाद जाना चाहती है, लेकिन रात ज्यादा हो गई इसलिए रात पाली ही रुकेगी।
शराब के नशे में मर्डर करने की बात कबूली
इसके बाद अपने परिचित के साथ ही वह होटल में खाना खाने पहुंची। यहां अनुराधा ने शराब भी पी। जब नशा हुआ तो रोने लगी। सूरज सिंह ने जब रोने का कारण पूछा तो उसने बताया कि उसने अपनी सहेली ज्योति का मर्डर कर दिया है। ज्योति के मर्डर की बात सुनते ही सूरज सिंह घबरा गया। 8 सितम्बर कीअल सुबह करीब 4 बजे सूरज सिंह अनुराधा को अहमदाबाद जाने के लिए पाली के नहर पुलिया लाया। यहां से उसे छोड़ दिया।
थाने पहुंचकर पुलिस को बताई सारी बात
इसके बाद सोहनसिंह ट्रांसपोर्ट नगर थाने पहुंचा और पुलिस अधिकारी को सारी बात बता दी। पुलिस ने अनुराधा को पकड़ा और अनुराधा ने ही पाली पुलिस को बताया कि ज्योति की लाश अब भी कमरे में पड़ी है। इसकी जानकारी अजमेर में रामगंज सीआई सतेन्द्रसिंह नेगी को दी। 8 सितम्बर की सुबह ही रामगंज पुलिस ने जब कमरे का ताला खोला तो उसमें ज्योति की लाश पड़ी थी।
पाली से पकड़कर अजमेर लाई पुलिस
मर्डर के आरोप ने पुलिस अनुराधा को अजमेर लाई और गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार 9 सितम्बर को उसे न्यायालय में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया। इसके बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर मोबाइल, रस्सी व अन्य सामान बरामद कर लिया। फिर शनिवार 10 सितम्बर को रिमांड अवधि पूरी होने पर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
दोनों सहेलियों के सम्पर्क में एक फाइनेंसर भी था और कयास लगाया जा रहा था कि फाइनेंसर से ही पीछा छुड़ाने के लिए अनुराधा ने वारदात को अंजाम दिया, लेकिन उसका इस मर्डर में कोई रोल सामने नहीं आया। पुलिस ने उससे भी पूछताछ की और छोड़ दिया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."