सुरेंद्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
राजस्थान के अजमेर जिले में मानव तस्करी और अपराध के बढ़ते मामलों ने गंभीर चिंता पैदा कर दी है। बीते एक साल में 310 बच्चों के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई, जिनमें से 251 लड़कियाँ थीं। पुलिस और मानव तस्करी यूनिट इन मामलों की जांच में जुटी हुई है।
अजमेर जिले में गायब हुए 310 बच्चे
मानव तस्करी यूनिट के प्रभारी अशोक विश्नोई के अनुसार, पिछले एक वर्ष में अजमेर जिले से 310 बच्चों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज की गई। इनमें से अधिकांश लड़कियाँ थीं। हालांकि, पुलिस ने बताया कि कई गायब बच्चों को अन्य राज्यों से वापस लाया गया है और अपराधियों की गिरफ्तारी भी की गई है। पुलिस तकनीक का सहारा लेकर इन मामलों की गहन जांच कर रही है।
राजस्थान विधानसभा में बड़ा खुलासा
राजस्थान विधानसभा में विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी ने अजमेर और ब्यावर में बच्चों के लापता होने के आंकड़ों को बेहद चिंताजनक बताया। उन्होंने कहा कि अकेले अजमेर जिले में 200 से 250 बच्चे गायब हो चुके हैं, जिनमें अधिकांश लड़कियाँ हैं। राज्य सरकार के अनुसार, बीते एक वर्ष में पूरे राजस्थान से 7339 बच्चे गायब हुए हैं, जिनमें से कई को वापस लाया गया है।
ब्यावर कांड: फिर जागी अजमेर कांड की यादें
अजमेर से करीब 50 किलोमीटर दूर ब्यावर में 2025 में एक चौंकाने वाला कांड सामने आया। इसमें मुस्लिम युवकों के एक गिरोह ने प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाली हिन्दू लड़कियों को फंसाने और ब्लैकमेल करने का जघन्य अपराध किया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपित लड़कियाँ को प्रेम जाल में फंसाकर उनकी अश्लील तस्वीरें बनाते और उन्हें धमकाते थे।
ब्यावर कांड में गिरफ्तारी और प्रदर्शन
इस मामले में रिहान मोहम्मद (20 वर्ष), सोहेल अंसारी (19 वर्ष), लुकमान (20 वर्ष), अरमान पठान (19 वर्ष) और साहिल कुरैशी (19 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया। कोर्ट ने उन्हें 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया है। ब्यावर में इस अपराध को लेकर हिंदू संगठनों ने भारी प्रदर्शन किया, जिसके चलते प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ी। जिस कैफे में लड़कियों को बुलाया जाता था, उसे सील कर बुलडोजर चला दिया गया।
2022 में अजमेर में POCSO के 85 मामले
राजस्थान अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (SCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में अजमेर में POCSO एक्ट के तहत 85 मामले दर्ज किए गए थे। इसके अलावा, रेप के 200 से अधिक और महिलाओं से छेड़खानी के 687 मामले दर्ज किए गए थे। 2022 में ही अजमेर में 331 लड़कियों के अपहरण के मामले भी सामने आए थे।
1990 के दशक का अजमेर सेक्स स्कैंडल
1992 में अजमेर में एक बड़ा सेक्स स्कैंडल उजागर हुआ था, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। इस मामले में रसूखदारों के नाम सामने आए थे, जिनमें अजमेर दरगाह से जुड़े खादिमों के नाम भी शामिल थे। यह खुलासा तब हुआ जब शहर में अचानक कई हिंदू लड़कियों की न्यूड तस्वीरें वायरल होने लगीं, जिससे कई पीड़िताओं ने आत्महत्या कर ली। यह केस 30 वर्षों तक चला और अंततः 2024 में 6 आरोपितों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई।
अजमेर और ब्यावर में हुए ये अपराध यह दर्शाते हैं कि बाल तस्करी, यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जरूरत है। पुलिस और प्रशासन को सतर्क रहना होगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ न दोहराई जाएँ।
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Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की