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November 23, 2024 5:32 am

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भूसे की तरह बोरियों में भरे थे नोट ; तीन किलो सोने के साथ मिले 20 करोड़ रुपए; वीडियो ? देखिए

18 पाठकों ने अब तक पढा

ज़ीशान मेहदी की रिपोर्ट 

शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के एक और घर से भारी मात्रा में कैश मिला है। अर्पिता के क्लब टाउन वाले अपॉर्टमेंट में रेड के दौरान एक कमरे की सेल्फ से नोट मिलने के बाद बैंक अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया। बैंक के कारिंदे नोट गिनने की मशीनों के साथ मौके पर पहुंचे। अर्पिता के घर से 20.9 करोड़ रुपये और संपत्तियों के दस्तावेज पहले ही जांच बरामद हो चुके हैं। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक अपॉर्टमेंट से 20 करोड़ कैश और 3 किलो सोना मिला है। नोटों की गिनती लगातार चल रही है।

एजेंसी के अधिकारी इस फ्लैट पर पहुंचे तो ताला बंद था। अधिकारी अंदर घुसे तो वहां भी नोट मिले। पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी फिलहाल 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में हैं। पार्थ को गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसी के अधिकारियों द्वारा अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। उनसे शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर पूछताछ चल रही है। ईडी का कहना है कि अर्पिता के घर से मिला धन शिक्षक भर्ती घोटाले की रकम है।

अर्पिता के नाम की चर्चा तब शुरू हुई जब ईडी ने छापेमारी के दौरान उनके घर से 21 करोड़ रुपये बरामद किए। तभी पता चला कि वो बंगाल के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी हैं।

वैसे अर्पिता मुखर्जी बांग्ला फिल्मों में काम कर चुकी हैं पर उन्हें कोई खास मुकाम हासिल नहीं हो पाया। अर्पिता ने बांग्ला के अलावा उड़िया और तमिल फिल्मों में भी काम किया है। वह बांग्ला फिल्मों की सुपरस्टार प्रोसेनजीत की फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं।

 

लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर बंगाली सिनेमा की एक साइड अभिनेत्री सरकार के एक दिग्गज मंत्री की करीबी कैसे हो गई। उधर बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने अर्पिता के घर पर 21 करोड़ रुपये नकद मिलने की खबर के बाद सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें शेयर की थीं, जिनमें दुर्गापूजा कार्यक्रम के दौरान सीएम ममता और पार्थ चटर्जी के साथ अर्पिता मुखर्जी भी दिख रही है।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन के ग्रुप सी व ग्रुप डी कर्मचारियों और शिक्षकों की बहाली में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां सामने आईं थीं। मामले की जांच कोलकाता हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंपी थी। इस मामले में रुपयों के लेनदेन की जांच के लिए अब मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत ईडी की इंट्री हुई है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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