ज़ीशान मेहदी की रिपोर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उद्घाटन 16 जुलाई को किया गया था। उद्घाटन के पांचवे दिन ही बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के का हिस्सा बारिश होने के बाद धंस गया। जिसको लेकर विपक्षी दल नरेंद्र मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमलावर हैं। इसी बीच आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी पीएम पर तंज कसा।
संजय सिंह ने पीएम मोदी पर यूं साधा निशाना
संजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और टूटे हुए एक्सप्रेस वे का वीडियो शेयर कर लिखा, ‘ मोदी जी आपने जिस बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का शुभारंभ किया, वो 5 दिन के अंदर पाताल में पहुंच गई। प्लीज बताइए किसने किसने फ्री की रेवड़ी खाई?’ संजय सिंह द्वारा किए गए पोस्ट पर आम सोशल मीडिया यूजर्स भी रिएक्शन दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
वाजील नाम के ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं कि मोदी जी कुछ दिन पहले रेवड़ी के बारे में बता रहे थे, जो उन्होंने आज खुद साबित कर दिया। देश की आम जनता को उनकी प्राथमिक सुविधा मुहैया कराना रेवड़ी नहीं होती। एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा – रिमोट कंट्रोल के द्वारा रेवडी बांटी गई थी। अभिनव शुक्ला नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि अरे इसमें सरकार की कोई गलती नहीं है। सड़क ही डबल इंजन सरकार का भार नहीं उठा पाई।
समाजवादी पार्टी के मुखिया व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मसले पर सरकार पर तंज कसते हुए ट्वीट किया कि ये है बीजेपी के आधे-अधूरे विकास की गुणवत्ता का नमूना। उधर बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का बड़े लोगों ने उद्घाटन किया ही था कि इधर एक हफ्ते में ही इस पर भ्रष्टाचार के बड़े-बड़े गड्ढे निकल आए। अच्छा हुआ इस पर रनवे नहीं बना।
पीएम ने कहा था – वोट के लिए ‘रेवड़ी कल्चर’ घातक
पीएम नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के दौरान कहा था कि हमारे देश रेवड़ी कल्चर को बढ़ावा देने कोशिश हो रही है। मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है। ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है। इस रेवड़ी कल्चर से देश के लोगों को बहुत सावधान रहना है। मोदी ने कहा कि रेवड़ी कल्चर वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे। नए एयरपोर्ट या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे। रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर उन्हें खरीद लेंगे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."