ब्यूरो रिपोर्ट
लखनऊ। मामला तहसील सरोजनी नगर क्षेत्र के अंतर्गत बंथरा सिकंदरपुर का सामने आया है। विगत कई बषो॔ से सरकारी आयुर्वेदिक चिकित्सालय परिसर की भूमि गाटा संख्या 544/2021 जो राजस्व विभाग की भूमि आयुर्वेदिक चिकित्सालय वर्तमान समय मे स्थित सरकारी दस्तावेजों में दर्ज है जो कि क्षेत्रीय राजनेताओं एवं रसूखदार के कब्जे मे चली आ रही । इसी घटनाक्रम को देखते हुए आयुर्वेदिक चिकित्सालय संस्थान वर्तमान मे गायब दिखाई दिया ।
जबकि लखनऊ कानपुर हाईवे के समीप नकसे के आधार से देखी जा सकती । इसी तरह बंथरा सिकंदरपुर मे दसरी जमीन पर प्रॉपर्टी डीलर करोड़ों रुपए की बेशकीमती जमीन पर प्लाटिंग के माध्यम से कब्जा की गई जिसका गाटा संख्या (504) रकबा (0,1260) भूमाफियाओ के द्वारा बेचने का कार्य किया गया और सरोजनी नगर तहसील के उप जिला अधिकारी एवं लेखपाल तहसीलदार को सरकारी भूमि के संदर्भ में कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसी घटनाक्रम को देखते हुए पत्रकार के द्वारा दिनांक 18/07/2021 को अपने न्यूज चैनल से खबर प्रकाशित की थी।
खबर प्रकाशित होते ही बंथरा कस्बे के व्यपारियो ने बुलाकर अपनी दुकान मे करीब 8:00 बजे तक अभद्र व्यवहार तथा मारने का प्रयास करने की कोशिश कर रहे। दुकान के अंदर पैसो का आरोप लगाते हुए पीड़ित पत्रकार का वीडियोज बना कर गलत तरीके से फेसबुक पर शेयर किया गया। जिससे पीड़ित पत्रकार की छवि को धूमिल किया गया। जबकि पीड़ित पत्रकार के कथनानुसार बंथरा कस्बे के दुकानदार अपने परिवारो के साथ लगभग 50 बषो॔ से अपना व्यापार करते चले आ रहे और मेरा उद्देश्य किसी की भावनाओ को आहत पहुँचाना नही था। लेकिन दुकानदारों ने एकजुट होकर अभद्रता की।
सवाल पीड़ित पत्रकार का राजस्व विभाग के अधिकारीगणो से है कि सरकार मे उच्च पदो पर बैठकर सरोजनी नगर क्षेत्र से करोड़ो रूपए की सरकारी भूमि भूमाफियाओ एव रसूखदार तथा प्रॉपर्टी डीलरों के हवाले कर दी गई तत्पश्चात अवैध रूप से कार्य करने वाले लोगो के खिलाफ शासन प्रशासन कोई कार्यवाही क्यों नहीं करता ?
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."