परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
दिल्ली। दिल्ली परिवहन निगम के कर्मचारी संजीव कुमार की हत्या मामले में अब एक अहम खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस ने जांच के दौरान इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने बताया है कि संजीव कुमार की हत्या के पीछे उसकी दो पत्नियों और बेटी का ही हाथ है। इन तीनों ने मिलकर संजीव कुमार को मारने की साजिश रची थी। खास बात यह है कि ये साजिश के एक दो नहीं बल्कि पूरे तीन वर्षों से रची जा रही थी। पुलिस ने इस मामले में फिलहाल संजीव कुमारी की बेटी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि, संजीव कुमार के दोनों पत्नियों ने मिलकर उनके खिलाफ मौत की खौफनाक साजिश रची थी। मर्डर के कुछ दिनों बाद पुलिस ने हत्या के आरोप में डीटीसी कर्मचारी की पत्नी, पूर्व पत्नी और बेटी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान डीटीसी कर्मचारी की पहली पत्नी गीता, उसकी बेटी कोमल और दूसरी पत्नी गीता उर्फ नजमा के तौर पर हुई है।
शार्प शूटर को किया हायर
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, संजीव कुमार की पूर्व पत्नी और दूसरी पत्नी ने दोनों मिलकर पूरे तीन साल तक पति के मर्डर की साजिश रची। इसके बाद एक शार्प शूटर को हायर किया गया। उसकी मदद से पति को मौत को घाट उतार दिया।
अब तक तीन गिरफ्तार
पुलिस ने 45 वर्षीय पति के हत्या मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उपायुक्त ईशा पांडे को मुताबिक, मजीदिया अस्पताल से छह जुलाई को सूचना मिली थी।
पति को गोली लगने की बात पत्नी ने छिपाई
संजीव कुमार को अस्पताल लाते ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई। दिल्ली पुलिस भी सूचना पाकर तुरंत मौके पर पहुंची। अस्पताल में पुलिस ने पाया कि मृतक को पत्नी गीता देवी उर्फ नजमा लेकर आई थी।
गीता ने पुलिस को बताया कि, जब वो पति और बेटे के साथ सब्जी मंडी से होते हुए घर जा रही थी, तभी उसका पति दुर्घटना का शिकार हो गया। अपने बयान में गीता ने पति को गोली लगने की बात ही नहीं बताई।
वहीं इस मामले में डीसीपी की ओर से दिए गए बयान में साफ कहा गया कि, गीता देवी उर्फ नजमा जांच को गलत दिशा में मोड़ने की कोशिश कर रही थी।
Author: samachar
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