मंजू कश्मीरी की रिपोर्ट
दिल्ली में चुनावी माहौल के बीच यमुना नदी की सफाई का मुद्दा गर्माया हुआ है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है और इसे लेकर आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साध रही है।
शनिवार को भाजपा ने इस मुद्दे को एक अनोखे और क्रिएटिव तरीके से जनता के सामने उठाया। नई दिल्ली विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने यमुना नदी में नाव की सवारी करते हुए अरविंद केजरीवाल का एक बड़ा कटआउट प्रदर्शित किया। इस कटआउट में केजरीवाल कान पकड़कर कहते दिख रहे थे, “मैं फेल हो गया, मुझे वोट मत देना, 2025 तक मैं यमुना साफ नहीं कर पाया।”
प्रवेश वर्मा ने मीडिया के सामने इस कटआउट को कई बार नदी में डुबोया और कहा कि यमुना नदी को साफ करना कोई असंभव काम नहीं है। उन्होंने कहा कि यह “रॉकेट साइंस” नहीं है और इसे सही योजना और संसाधनों के साथ साफ किया जा सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साबरमती रिवरफ्रंट के निर्माण का उदाहरण देते हुए कहा कि उसी तरह यमुना रिवरफ्रंट भी बनाया जा सकता है। वर्मा ने यह भी कहा कि नदी से गाद हटाने, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की आवश्यकता है।
महिलाओं को धोखा देने का आरोप
भाजपा ने अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार पर महिलाओं को धोखा देने का भी गंभीर आरोप लगाया है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया कि सरकार ने महिलाओं से एक-एक हजार रुपए देने के वादे के तहत “महिला सम्मान योजना” के नाम पर फार्म भरवाए। लेकिन बाद में इन फार्मों को कबाड़ी में बेच दिया गया।
इस आरोप के समर्थन में भाजपा नेता सूर्य प्रकाश खत्री, प्रवीण शंकर कपूर और शुभेन्दु शेखर अवस्थी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने महिलाओं को गुमराह किया और वादे पूरे नहीं किए। भाजपा नेताओं ने यह भी कहा कि जो फार्म कबाड़ी में बेचे गए थे, उन्हें वे लेकर आए हैं और यह महिलाओं के साथ किए गए धोखे का प्रमाण है।
इस तरह भाजपा ने यमुना की सफाई और महिलाओं से जुड़े वादों को लेकर आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर तीखे हमले किए हैं। चुनावी माहौल में इन आरोपों के क्या राजनीतिक प्रभाव होंगे, यह देखने वाली बात होगी।