कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
इटावा। दूल्हे का रंग देखकर दुल्हन भड़क गई और शादी से इनकार कर दिया। दुल्हन ने कहा, “दूल्हा वह नहीं है, जो फोटो में था।” बात लोगों के बीच पहुंची तो हंगामा हो गया। दोनों पक्षों में करीब 6 घंटे तक पंचायत चली। लेकिन कोई हल नहीं निकला। बारात बिना दुल्हन के ही वापस चली गई। दूल्हा पक्ष ने इसकी पुलिस से शिकायत की है।”
मामला भरथना तहसील के एक गांव का है। यहां पर बुधवार रात बारात आई थी। दुल्हन पक्ष के लोगों ने बारात का स्वागत किया। इसके बाद, जनवासे से गाजे-बाजे के साथ बारात द्वाराचार के लिए लड़की के घर पहुंची। द्वाराचार के दौरान मौजूद महिलाओं ने दूल्हे को देखा तो उनमें सुगबुगाहट होने लगी।
द्वाराचार के बाद फेरों की रस्म शुरू हुई। इस दौरान जैसे ही दूल्हा-दुल्हन आमने-सामने आए। दूल्हे का रंग देखते ही दुल्हन का पारा चढ़ गया। दुल्हन ने कहा, “तस्वीर में दिखाए गए दूल्हे का रंग साफ था, लेकिन बारात लेकर आए दूल्हे का रंग काला है। मैं शादी नहीं करूंगी।”
दुल्हन की मां और ममेरे भाई ने बताया कि शादी से पहले जिस लड़के की तस्वीर दिखाई गई थी, वह दूसरे लड़के की थी। बारात में किसी और को दूल्हा बनाकर भेज दिया। दुल्हन के शादी से इनकार करने पर बारात में शामिल लोगों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी।
इसके बाद दोनों पक्षों के बीच 6 घंटे तक समझौते के लिए बातचीत होती रही, लेकिन बात नहीं बनी और बारात दुल्हन के बगैर बारात लौट गई।
दूल्हे के परिजनों ने पुलिस में दी शिकायत
दूल्हा पक्ष की तरफ से कोतवाली थाने में प्रार्थना पत्र दिया गया। वर पक्ष ने कहा, “उसके बेटे की शादी बुधवार को थी। दुल्हन ने सारी रस्में होने के बाद भी शादी से इनकार कर दिया। शादी में दिया सामान, जेवर भी नहीं लौटाया।” वहीं दुल्हन पक्ष ने वर पक्ष के आरोप को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि उनके पास जेवर नहीं हैं।
कोतवाली प्रभारी बोले- दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया
भरथना कोतवाली प्रभारी कृष्ण लाल पटेल ने कहा, “मामला संज्ञान में आया है। लड़के पक्ष ने चढ़ावे का सामान लड़की पक्ष से दिलवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता करवा कर सामान वापस करवा दिया गया है।”
Author: samachar
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