संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- मानिकपुर विकास खण्ड सचिवों को काफी रास आ रहा है जहां पर वर्षों से तैनात सचिव हटने का नाम नहीं ले रहे हैं अगर किसी अन्य ब्लाक में इनका स्थानांतरण हो भी जाता है तो वह पैसे व रसूख के बल पर पुनः इसी ब्लाक में तैनाती ले लेते हैं व इनके पैसे व रसूख के बल पर जिले के जिम्मेदार अधिकारी भी बेबस नजर आते हैं l
मानिकपुर ब्लाक क्षेत्र पूरी तरह से पठारी क्षेत्र है यहां पर पठारी क्षेत्र होने के चलते खनिज संपदा भी भरपूर मात्रा में उपलब्ध है जिसका फायदा ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में खनिज संपदा चोरी कर ग्राम प्रधान व सचिव विकास कार्य करवा रहे हैं व खनिज चोरी व कमीशनखोरी के चलते मालामाल हो रहे हैं व अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित कर रहे हैं l
*मानिकपुर ब्लाक में वर्षों से तैनात सचिव जय प्रकाश सिंह व भूपेंद्र द्विवेदी के क्या कहने…*
इनके रसूख व पावर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह ब्लाक मुख्यालय में रहकर ही मनमाने तरीके से नौकरी कर रहे हैं जय प्रकाश सिंह द्वारा ब्लाक के सबसे दुर्दांत क्षेत्रों में गिने जाने वाले क्षेत्रों में तैनाती रही है जहां पर विकास कार्यों के नाम पर ज्यादातर कागजी कोरम पूरा कर भुगतान कराए गए हैं लेकिन उन कार्यों का निरीक्षण करने वाला कोई नहीं है जिसके कारण यह सचिव शासकीय धनराशि को मनमाने तरीके से ठिकाने लगाने का काम करते हैं वहीं ग्राम पंचायत अधिकारी भूपेंद्र द्विवेदी सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) का कार्यभार संभालने के साथ साथ ब्लाक की प्रमुख ग्राम पंचायतों में सचिव का कार्य देख रहे हैं जिसमें ग्राम पंचायत सरैया, खरौंध,ऐचवारा, हनुवा व गढ़चपा हैं जहां पर विकास कार्यों के नाम पर जमकर फर्जीवाड़ा किया जाता है व खनिज संपदा चोरी कर विकास कार्य करवाए जा रहे हैं व सरकारी धन का मनमाने तरीके से बंदरबाट किया जा रहा है
ग्राम पंचायत अधिकारी भूपेंद्र द्विवेदी इन ग्राम पंचायतों में वर्षों से तैनात है लेकिन कई साल एक ही ब्लाक व एक ही ग्राम पंचायतों में तैनात होने के बाद भी इनका स्थानांतरण नहीं किया गया इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत अधिकारी भूपेंद्र द्विवेदी कितने पावरफुल व रसूखदार सचिव हैं जिनकी तूती पूरे ब्लाक में बोलती है l
*मानिकपुर ब्लाक में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी कमलाकर सिंह व वंदना सिंह के क्या कहने…*
जिनका स्थानांतरण मानिकपुर ब्लाक से सदर ब्लाक कर्वी के लिए हुआ था लेकिन पैसे व रसूख के बल पर बिना चार्ज लिए ही पुनः मानिकपुर ब्लाक में पहुंच गए हैं जहां पर भ्रष्टाचार की नई परिभाषा लिख रहे हैं ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में जमकर फर्जीवाड़ा करते हुए व मानक विहीन कार्य कराकर व कमीशनखोरी करते हुए लाखों रुपए की संपत्ति अर्जित कर ली है
यह सचिव लगभग चार से पांच सालों में लाखों रुपए की संपत्ति कैसे अर्जित कर ली यह एक बड़ा सवाल है ग्राम पंचायत अधिकारी कमलाकर सिंह व वंदना सिंह द्वारा पुनः मानिकपुर ब्लाक में तैनाती लेना एक बड़े भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है जहां पर यह सचिव अपनी मनमानी करते हुए ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में खनिज संपदा चोरी व मानक विहीन कार्य में जमकर कमीशनखोरी करते हुए शासकीय धनराशि का बंदरबाट करते हुए नजर आएंगे लेकिन इनके द्वारा कराए गए कार्यों की जांच व इन पर कार्यवाही करने वाला कोई नहीं है l
माननीय प्रमुख सचिव द्वारा जारी आदेश में यह कहा गया है कि कोई भी अधिकारी व कर्मचारी तीन साल से ज्यादा अवधि तक एक ही जगह पर तैनात नहीं रह सकता है लेकिन चित्रकूट जिले में जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा प्रमुख सचिव के निर्देशों का खुला उलंघन करते हुए सचिवों व कर्मचारियों को तैनाती दी गई है व एक ही जगह पर वर्षों से तैनात सचिव व कर्मचारी अन्य ब्लाक में जाने के लिए तैयार नहीं हैं अगर किसी तरह स्थानांतरण हो भी जाता है तो पैसे, पावर व रसूख के बल पर वहीं ग्राम पंचायत अधिकारी पुनः तैनाती ब्लाकों में पहुंच जाते हैं l
जिले के मानिकपुर ब्लाक का पठारी क्षेत्र व अन्य तराई क्षेत्र सचिवों के लिए वरदान साबित होता दिखाई दे रहा है जहां पर यह सचिव अपनी मनमानी करते हुए शासकीय धनराशि का बंदरबाट करते हुए नजर आते हैं व खनिज संपदा चोरी व कमीशनखोरी के चलते अकूत संपत्ति हासिल करने का काम करते हैं लेकिन इन पर कार्यवाही करने वाला कोई नहीं होता है l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."