संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- वन प्रभाग चित्रकूट में व्याप्त भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है जिसकी शिकायतें शासन प्रशासन को समय समय पर की जाती रही हैं जिसमें जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जांच के नाम पर मामले को लीपापोती करते हुए शासन प्रशासन को गुमराह करने का काम किया जा रहा है जिसके कारण दोषी पाए जाने के बाद भी भ्रष्टाचारियों पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाती है l
वन प्रभाग चित्रकूट में प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी आर के दीक्षित द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार व सरकारी धन के गबन/बंदरबाट को लेकर भारतीय जनता मजदूर ट्रेड यूनियन के जिलाध्यक्ष चंद्रमोहन द्विवेदी ने शासन प्रशासन सहित जिम्मेदार अधिकारियों को पत्र लिखकर वन प्रभाग चित्रकूट में प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी आर के दीक्षित द्वारा किए गए भ्रष्टाचार व फर्जीवाड़े को लेकर शिकायत की गई थी जिसमें प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष ममता संजीव दुबे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं जिस पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष के निर्देशों के अनुपालन में मुख्य वन संरक्षक बुन्देलखण्ड जोन उ.प्र. झांसी द्वारा वन प्रभाग चित्रकूट के पांचों रेंजों में विकास कार्यों में हुई धांधली के लिए जांच टीम गठित कर दिया था जिसमें जांच टीम 11,12 व 13 मई 2022 को जिले के पांचों रेंजों में कराए गए कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेगी जिसमे जांच टीम द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया जा रहा है।
वहीं प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी आर के दीक्षित ने शिकायत कर्ता व वन विभाग के पूर्व वरिष्ठ सहायक चन्द्र मोहन द्विवेदी के ऊपर आरोप लगाया है कि वरिष्ठ सहायक चन्द्र मोहन द्विवेदी द्वारा ब्लैक मिल किया जा रहा है कि व मेडिकल फंड के नाम पर कर लाखों रुपए निकाल लिए गए हैं l
वहीं दूसरी ओर शिकायत कर्ता व पूर्व वरिष्ठ सहायक चंद्रमोहन द्विवेदी ने बताया कि प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी आर के दीक्षित द्वारा अपने बचाव के लिए फर्जी आरोप लगाए जा रहे हैं व जिस मेडिकल का प्रभागीय वनाधिकारी आर के दीक्षित द्वारा जिक्र किया जा रहा है उस मेडिकल रिपोर्ट में कुछ त्रुटियां आ गई थी जिसको बिना भुगतान के वापस कर लिया गया था यह मेडिकल रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा सत्यापित की जाती है जिसके बाद भुगतान होता है l
सोंचने वाली बात यह है कि प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी आर के दीक्षित व पूर्व वरिष्ठ सहायक चन्द्र मोहन द्विवेदी द्वारा एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा था जिसमें यह समझ नहीं आ रहा है कि इस मामले में प्रभागीय वनाधिकारी आर के दीक्षित द्वारा गलत किया जा रहा है या फिर पूर्व वरिष्ठ सहायक चन्द्र मोहन द्विवेदी द्वारा गलत किया जा रहा है यह एक जांच का विषय है l
वहीं शिकायत कर्ता व पूर्व वरिष्ठ सहायक चन्द्र मोहन द्विवेदी द्वारा यह भी बताया गया कि अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए व जांच टीम को गुमराह करने के लिए फर्जी आरोप लगाए जा रहे हैं व प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी आर के दीक्षित को कमीशन नहीं दिए जाने के चलते आज भी मेडिकल का भुगतान नहीं किया जा रहा है l
अब देखना यह है कि वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा मामले को संज्ञान में लेते हुए जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा की गई जांच पर क्या कार्यवाही करने का काम करते हैं इस मामले में कौन सही है और कौन गलत है जांच में सब पता चल जाएगा l
जांच टीम द्वारा वन प्रभाग चित्रकूट में विकास कार्यों में चल रही जांच रिपोर्ट को शासन प्रशासन को कब तक अवगत कराने का काम किया जाएगा यह एक बड़ा सवाल है l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."