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24 February 2025 5:20 am

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एक नहीं 6 लोगों को सरकारी दस्तावेज में मृत घोषित कर दिया अब ये अपने जिंदा होने का सबूत देने दर ब दर भटक रहे हैं

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संवाददाता- विवेक चौबे

गढ़वा : जिले के कांडी प्रखंड अंतर्गत दो गांव के छः जीवित लोगों को इसलिए पेंशन नहीं मिल रहा कि उन्हें उनके जन प्रतिनिधि व सरकारी कर्मचारियों ने मृत घोषित कर दिया है। इस कारण उन्हें चार महीना से लेकर नौ महीना से पेंशन नहीं मिल रहा। पेंशन के लिए पंचायत से लेकर बैंक व प्रखंड कार्यालय तक की दौड़ लगाते उन्हें पता लगा कि वे तो मर चुके हैं। अब वे अपने को जिंदा साबित करने के लिए परेशान हैं।

कांडी प्रखंड के शिवपुर पंचायत अंतर्गत सोनपुरवा गांव निवासी बिंदेश्वरी चौधरी, रामगती यादव, मुखदेव यादव, वृक्षा पाल व सुनर्वास देवी व देवडीह गांव निवासी अलीमुद्दीन अंसारी को पिछले कई महीनों से पेंशन नहीं मिल रहा।

इस बात की खोज खबर लेने के लिए उन लोगों ने पंचायत, बैंक व प्रखंड कार्यालय की दर्जनों बार दौड़ लगाई। लेकिन उन्हें यह भी पता नहीं चला कि आखिर किस कारण से उनका पेंशन बंद कर दिया गया। विपरीत परिस्थितियों में दवा व इलाज आदि के लिए यही पैसा काम आता था, लेकिन पेंशन बंद हो जाने से उनके सामने गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। इस समस्या के निदान के लिए उन्होंने मीडिया की शरण में जाना मुनासिब समझा। पेंशन बंद होने के कारण की पड़ताल करने के दौरान पत्रकार को ही यह बात पता चली कि 24 जुलाई 2021 को ही इन लोगों के संबंध में यह रिपोर्ट जमा कर दी गई है कि इन 6 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।

पिछले 23 अप्रैल को इन पेंशन धारियों का पेंशन बंद होने की खबर प्रकाशित करने के बाद प्रशासन ने इस मामले को संज्ञान में लिया। प्रखंड विकास पदाधिकारी कांडी ने जिला मुख्यालय के सामाजिक सुरक्षा विभाग के हवाले से पत्रांक 239 दिनांक 26 अप्रैल 2022 के अनुसार शिवपुर पंचायत के मुखिया योगेंद्र राम, तत्कालीन पंचायत सेवक परमानंद राम व स्वयंसेवक कमल किशोर तिवारी को स्पष्टीकरण देते हुए पूछा है कि जीवित व्यक्ति को किस परिस्थिति में मृत बता दिया गया जिस कारण इन लोगों के पेंशन का भुगतान बंद पड़ा है? इस स्पष्टीकरण की चिट्ठी निर्गत होने की खबर पत्रकार को लगी। इसके बाद इस गंभीर मामले का खुलासा हुआ कि पंचायत प्रतिनिधि व पंचायत से जुड़े सरकारी कर्मियों ने इन व्यक्तियों को मृत बताकर 24 जुलाई 2021 को ही रिपोर्ट सबमिट कर दिया है। इस कारण से इन लोगों का पेंशन बंद पड़ा है।

इस मामले की पेंशन धारियों को खबर लगने के बाद वे लोग पत्रकार से मिलकर इस बात का अनुरोध किया कि अब हम लोगों को मीडिया का ही सहारा है। अपने जनप्रतिनिधि व सरकारी कर्मचारियों ने तो हमें जीते जी मार ही डाला। हम लोगों की तस्वीर व परेशानी प्रकाशित कर हम लोगों को जिंदा कीजिए। ताकि महीनों से बंद हम लोगों का पेंशन चालू हो सके।

क्या कहते हैं प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ?

इस संबंध में पूछे जाने पर कांडी के प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार तिवारी ने कहा कि इस गंभीर विषय को लेकर स्पष्टीकरण पूछे जाने के बाद यह साफ हो गया है कि मृत घोषित सभी व्यक्ति जीवित हैं। इस संबंध में पत्राचार किया जा रहा है। शीघ्र ही इन लोगों का पेंशन चालू हो जाएगा।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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