संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- सिंचाई निर्माण खंड में जिम्मेदार अधिकारियों की मनमानी खूब देखने को मिल रही है जहां पर यह अधिकारी अपनी मनमानी करते हुए चित्रकूट जिले में लगभग डेढ़ दशक बीत जाने के बाद भी आज भी जमे हुए हैं और जिले में भ्रष्टाचार की नई परिभाषा लिख रहे हैं जब भी इन अधिकारियों का स्थानांतरण होने की बात होती है तो यह अपने पैसे व रसूख के बल पर अपना तबादला रुकवाने का काम करते हैं l
सिंचाई निर्माण खंड में तैनात सहायक अभियंताओं में ज्यादातर अभियंता लगभग 15 साल से ज्यादा का समय जिले में गुजार चुके हैं लेकिन फिर भी इनका तबादला नहीं हो पा रहा है जब भी इनके तबादले की बात होती है तो यह अपने पैसे और रसूख के बल पर अपना तबादला रुकवा लेते हैं l
सबसे बड़ी बात यह है कि लगभग डेढ़ दशक से ज्यादा समय से एक ही जगह पर कार्यरत यह सहायक अभियंता अपनी मनमानी करते हुए कार्य कर रहे हैं व सरकारी धन का मनमाने तरीके से बंदरबांट कर रहे हैं l
चित्रकूट जिले के रसिन बांध के निर्माण में सहायक अभियंताओं की भूमिका खूब देखने को मिली थी जहां पर इनके द्वारा लीपापोती करते हुए सरकारी धन का जमकर बंदरबांट किया गया था वही सिंचाई निर्माण खंड के अंतर्गत आने वाले गुंता बांध में भी इनकी मनमानी खूब देखने को मिली है जहां पर नहरों के मरम्मती करण ,रख रखाव व सिल्ट सफाई के नाम पर सरकारी धन की लूट हुई है l
बुंदेलखंड में किसानों की पानी की समस्या को दूर करने के लिए अर्जुन सहायक परियोजना की शुरुआत की गई है जिसके निर्माण में इन सहायक अभियंता द्वारा अपनी मनमानी करते हुए खूब सरकारी धन का दुरुपयोग किया है l
सबसे बड़ी बात यह है कि जब भी इन सहायक अभियंताओं की शिकायत व तबादले की बात आती है तो पैसे और रसूख के बल पर यह अभियंता अपना तबादला रुकवा लेते हैं l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."