जीशान मेंहदी की रिपोर्ट
लखनऊ। पाकिस्तान के पेशावर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान हुए फिदायीन बम हमले में अब तक 45 नमाजियों की मौत हो गई। 65 से अधिक लोग घायल हैं, इनमें से 10 की हालत गंभीर बताई गई है। ये विस्फोट पेशावर के कोचा रिसालदार इलाके में किस्सा ख्वानी बाजार की एक शिया मस्जिद में हुआ। हमले के समय मस्जिद में करीब 150 लोग मौजूद थे।
पेशावर पुलिस के मुताबिक, शहर के किस्सा ख्वानी बाजार में दो हमलावरों ने मस्जिद में घुसने की कोशिश की और रोकने पर वहां खड़े पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी। इस दौरान एक पुलिसकर्मी और एक हमलावर की मौत हो गई। जबकि दूसरा पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद अकेला हमलावर मस्जिद में घुसा और खुद को उड़ा लिया।
पाकिस्तानी सरकार अपने मुल्क में शियो को तहफ्फुज देने में पूरी तरह नाकाम । आज पेशेवर की मस्जिद में बम धमाके में बहुत से नमाज़ी शहीद ।
डॉक्टर कल्बे सिब्तैन नूरी ने कहा है कि, आए दिन ये धमाके करने वाले पाकिस्तानी फ़ौज और पुलिस की गिरफ्त से दूर । आले सऊद के हुक्म पर मस्जिदों में धमाके करने वाले दहशतगर्द न खुदा से डरते हैं और न ही उनके दिल में रहम व इंसानियत है ।
नूरी ने कहा कि, पाकिस्तानी हुकूमत और वहां के मौलवी हमारे मुल्क के मुसलमानों की फिक्र करने की बजाए अपने मुल्क के नागरिकों की हिफाज़त पर ध्यान दें । मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक मरहूम ने इसी लिए आतंकवादी मुल्क पाकिस्तान को “पापिस्तान” का नाम दिया था । तालीम और तरक्की के बजाए कट्टरता और आतंकवाद ने इस देश को बिलकुल तबाह और बर्बाद कर दिया ।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."