आज़मगढ़ पब्लिक स्कूल में आयोजित विशेष सत्र में IID जम्मू-कश्मीर के निदेशक श्री मुहम्मद शुऐब बलवान ने छात्रों को आत्म-जागरूकता, अनुशासन और नैतिक मूल्यों के महत्व पर मार्गदर्शन दिया।
अजय सिंह की रिपोर्ट
आजमगढ़, कोटिला चेकपोस्ट स्थित आज़मगढ़ पब्लिक स्कूल में शनिवार को एक विशेष प्रेरणादायक सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर IID (इंस्टीट्यूट फॉर इंडस्ट्रियल डेवेलपमेंट) जम्मू-कश्मीर के निदेशक श्री मुहम्मद शुऐब बलवान ने मुख्य वक्ता के रूप में छात्रों को संबोधित किया।
इस सत्र का मुख्य उद्देश्य छात्रों में आत्म-जागरूकता को बढ़ावा देना और उन्हें जीवन के प्रति एक सकारात्मक व संतुलित दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
अपने प्रेरणादायक विचार साझा करते हुए श्री बलवान ने कहा, “आत्म-चिंतन और स्पष्ट लक्ष्य निर्धारण ही आत्म-विकास का आधार होते हैं।” उन्होंने छात्रों को एक अनुशासित जीवनशैली अपनाने की सलाह दी और यह भी बताया कि शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों को आत्मसात करना हर विद्यार्थी के लिए आवश्यक है।
इसके अलावा, उन्होंने युवाओं से समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने और सकारात्मक परिवर्तन के लिए सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
कार्यक्रम में विद्यालय की उपप्रधानाचार्या श्रीमती रूना खान, समस्त शिक्षकगण एवं छात्रगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्री मोहम्मद नोमान एवं श्रीमती रूपल पंड्या ने श्री बलवान का हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने भविष्य में भी इस प्रकार के प्रेरक सत्रों के आयोजन की आशा व्यक्त की।