10 अप्रैल 2025 की प्रमुख खबरों में खुलासा: शिक्षा, खनन, पर्यटन और पेयजल योजनाओं में फैले भ्रष्टाचार की सच्चाई। पढ़ें संजय सिंह राणा की विशेष रिपोर्ट जो लाएगी असली गुनहगारों की पोल खोल खबरें।
शिक्षा में फैला भ्रष्टाचार: विद्या के मंदिर बन गए अवैध वसूली के अड्डे
आज के दौर में शिक्षा, जो समाज की रीढ़ मानी जाती है, अब भ्रष्टाचार का केंद्र बनती जा रही है। प्राइवेट स्कूलों और पब्लिकेशन हाउसों की मिलीभगत से किताबों को ओवररेट पर बेचा जा रहा है, जिससे अभिभावकों की आर्थिक कमर टूट रही है। दुकानदार बदनाम हो रहे हैं जबकि असली खेल परदे के पीछे में रचा जा रहा है।
पर्यटन विभाग की मनमानी: विरासतों पर संकट
दूसरी ओर, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी की मिलीभगत से कई पुरानी विरासतों को मिटाने की साजिश रची जा रही है। निर्माण कार्यों में अनियमितताएं सामने आ रही हैं, जिससे क्षेत्रीय पर्यटन की पहचान खतरे में पड़ गई है।
अवैध खनन पर नियंत्रण विफल: अधिकारियों की मिलीभगत उजागर
वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में हो रहा अवैध खनन प्रशासन की नाकामी को उजागर कर रहा है। वनाधिकारियों और वाचरों की संदिग्ध भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। निर्देशों को नजरअंदाज कर वन दरोगा भारी वसूली में लगे हुए हैं।
भरतकूप बना क्रेशर नगरी: खनिज विभाग की मिलीभगत से अवैध खनन चरम पर
भरतकूप के पहाड़ों में सजातीय क्रेशर मालिकों को लाभ पहुंचाने के लिए खनिज अधिकारी और निरीक्षक मिलकर सरकारी मानकों को दरकिनार कर खनन कार्य करवा रहे हैं। इससे हर महीने भारी मात्रा में सरकारी राजस्व का नुकसान हो रहा है।
पेयजल योजनाओं में भी भ्रष्टाचार: सदर ब्लॉक कर्वी चर्चा में
हैंडपंप मरम्मत, रीबोर और समर्सिबल लगाने के नाम पर जमकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। चहेती फर्मों को भुगतान कर ग्राम प्रधान और सचिव भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं।
सम्मानित आम जनमानस से विशेष अपील
अगर आप भी भ्रष्टाचार का विरोध करना चाहते हैं, तो अपनी आवाज़ बुलंद करें। हम आपकी बात शासन-प्रशासन तक पहुंचाकर भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का प्रयास करेंगे।
➡️संजय सिंह राणा की रिपोर्ट