यूपी के औरैया में शादी के 15 दिन बाद पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या कर दी। पुलिस ने सुपारी कांड का खुलासा कर दोनों को गिरफ्तार किया। जानें पूरा मामला!
उत्तर प्रदेश के औरैया से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जो मेरठ के सौरभ हत्याकांड से मेल खाता है। शादी के महज 15 दिन बाद ही एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या करवा दी।
शादी के बाद भी प्रेमी से रिश्ता
यह दिल दहला देने वाली घटना मैनपुरी के भोगाव निवासी 24 वर्षीय उद्योगपति दिलीप कुमार की है। उनकी पत्नी प्रगति और उसके प्रेमी अनुराग ने मिलकर इस घिनौनी साजिश को अंजाम दिया।
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गौरतलब है कि अनुराग बेरोजगार था, लेकिन प्रगति उसके साथ रहना चाहती थी। हालांकि, परिवार इसके लिए तैयार नहीं था। ऐसे में प्रगति ने पहले प्रभावशाली व्यवसायी दिलीप से शादी की, लेकिन उसका असली मकसद पति की हत्या कर उसकी संपत्ति हड़पना और फिर अपने प्रेमी के साथ सुखी जीवन बिताना था।
पुलिस ने साजिश का किया खुलासा
प्रगति को पूरा भरोसा था कि अगर वह विधवा हो जाती है, तो समाज और परिवार वाले दूसरी शादी में उसका समर्थन करेंगे। इसी सोच के साथ उसने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर दिलीप की हत्या की साजिश रची। हालांकि, पुलिस ने सुपारी की रकम के लेन-देन के आधार पर इस कृत्य का पर्दाफाश कर दिया।
प्रेमी के लिए काटी थी कलाईयां
फफूंद के हजियापुर निवासी प्रगति और अनुराग का रिश्ता करीब चार साल पुराना था। प्रगति अनुराग से इस कदर प्यार करती थी कि उसने कई बार अपनी कलाई तक काटी। जब परिवार को इस रिश्ते की भनक लगी, तो उन्होंने उसकी शादी अपनी बड़ी बेटी के देवर दिलीप से कर दी।
पहले किया इनकार, फिर रची साजिश
शादी तय होने के बाद प्रगति ने दिलीप से शादी करने से मना कर दिया, लेकिन दिलीप के परिवार के प्रभाव को देखते हुए वह मान गई। हालांकि, वह पहले से ही अपने पति को मारने और उसकी संपत्ति हड़पने की योजना बना चुकी थी।
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि प्रगति और अनुराग इस हत्या को दुर्घटना का रूप देना चाहते थे, ताकि दिलीप की संपत्ति हासिल करने में कोई दिक्कत न हो। साथ ही, विधवा होने के बाद प्रगति अपने प्रेमी से शादी करने की योजना बना रही थी।
ससुराल से लौटते ही दी सुपारी
5 मार्च को शादी के बाद जब प्रगति ससुराल पहुंची, तो एक बहू के रूप में उसे रिश्तेदारों और परिवार के बीच रहना पड़ा। प्रेमी से न मिल पाने के कारण वह परेशान हो गई और जल्द ही अपने पति को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया।
चौथे दिन, जब वह मायके लौटी, तो उसने दो लाख रुपये की सुपारी देकर अपने पति की हत्या की साजिश रच दी। दिलीप की मौत के बाद प्रगति ने इतनी चालाकी से आंसू बहाए कि हर कोई उसकी हालत देखकर सहानुभूति जताने लगा।
हालांकि, जब सुपारी की रकम के लेन-देन की बात सामने आई, तो पुलिस ने इस जघन्य अपराध का खुलासा कर दिया और प्रगति व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।
यह घटना न केवल मानवता को शर्मसार करने वाली है, बल्कि यह भी दिखाती है कि लालच और मोहभंग इंसान को किस हद तक गिरा सकता है। पुलिस की सतर्कता के कारण इस साजिश का पर्दाफाश हो गया, अन्यथा यह हत्या एक दुर्घटना मान ली जाती।
➡️चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की