google.com, pub-2721071185451024, DIRECT, f08c47fec0942fa0
लखनऊ

योगी सरकार के सलाहकारों की बड़ी चूक? सदन में कुख्यात अपराधी के महिमा मंडन पर उठे सवाल!

IMG-20250425-WA1484(1)
IMG-20250425-WA0826
IMG-20250502-WA0000
Light Blue Modern Hospital Brochure_20250505_010416_0000
IMG_COM_202505222101103700

अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

लखनऊ। महाकुंभ मेले के दौरान नैनी के अरैल क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर पिंटू महरा (Pintu Mehra) अपने परिवार के साथ मिलकर 30 करोड़ रुपये कमाने में सफल रहा। हालांकि, अब उसके आपराधिक रिकॉर्ड को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। बताया जा रहा है कि पिंटू महरा नैनी थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जिस पर हत्या, हत्या के प्रयास सहित कई गंभीर अपराधों के मुकदमे दर्ज हैं।

कौन है पिंटू महरा?

पिंटू महरा अरैल निवासी बच्चा महरा का तीसरा बेटा है। उसका पिता बच्चा महरा भी कुख्यात अपराधी था, जिसकी जेल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पिंटू का बड़ा भाई आनंद महरा भी आपराधिक रिकॉर्ड रखता था और उसकी यमुना नदी में नाव पर हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा, उसका दूसरा बड़ा भाई अरविंद महरा भी नैनी थाने का हिस्ट्रीशीटर है।

कई हत्याओं में नामजद, जेल से भी चलाता था गैंग

पिंटू महरा पर 12 से ज्यादा संगीन मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें हत्या, हत्या के प्रयास, बमबाजी, रंगदारी और फायरिंग के मामले शामिल हैं।

2009 में नैनी के लोकपुर में हुए दोहरे हत्याकांड में उसका नाम आया, जिसमें अनिरुद्ध उर्फ बर्रू निषाद और उसके बेटे छगन निषाद की बम और गोलियों से हत्या कर दी गई थी।

2017 में हत्या के एक और मामले में भी पिंटू आरोपी बना

2022 में जेल के अंदर से गवाहों को धमकाने का आरोप लगा, जिसके चलते दारागंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ।

महाकुंभ में नाविकों से रंगदारी वसूली का आरोप

महाकुंभ के दौरान पिंटू महरा और उसके साथियों पर नाव चलाने वाले लोगों से जबरन वसूली करने का आरोप लगा। 11 फरवरी को मेला कोतवाली में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, पिंटू और उसके साथियों ने एक नाविक शनि निषाद के भाई पिंटू निषाद को पीटकर घायल कर दिया। आरोप है कि अपराधियों ने कहा, “अगर नाव चलानी है, तो 5-5 हजार रुपये देने होंगे, वरना जान से मार देंगे।”

आप को यह भी पसंद आ सकता है  बलरामपुर : इतिहास की गौरवशाली विरासत और आधुनिक विकास की नई उड़ान
गंजिया परिवार से पुरानी दुश्मनी

नैनी में महरा और गंजिया परिवार की दुश्मनी दशकों से चली आ रही है। इस गैंगवार में कई लोगों की जान जा चुकी है। आनंद महरा की हत्या में पप्पू गंजिया का नाम आया, तो बदले में गऊघाट में पप्पू पर बम-गोलियों से हमला किया गया था। वहीं, बर्रू निषाद की हत्या के बाद उसके बेटे गगन निषाद और महरा परिवार में रंजिश चल रही है।

सीएम योगी के बयान पर विवाद

इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने सदन में कहा था कि “पिंटू महरा ने महाकुंभ में नाव चलाकर 30 करोड़ रुपये कमाए।” हालांकि, अब कांग्रेस ने इसे लेकर सरकार को घेरा है।

मुंबई कांग्रेस ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा

“योगी जी, अपने सूचना सलाहकारों को बर्खास्त कीजिए! आपसे एक कुख्यात अपराधी का सदन में महिमा मंडन करवा दिया गया।”

क्या सरकार ने की बड़ी चूक?

इस पूरे विवाद के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि कैसे एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी को सरकार ने महाकुंभ में इतना बड़ा व्यवसाय करने दिया? क्या प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं थी, या फिर कोई अंदरूनी मिलीभगत थी? विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर है और जवाब मांग रहा है।

आप को यह भी पसंद आ सकता है  थाना में कार्यरत सहायक अवर निरीक्षक रिश्वत लेते पकड़ा गया

अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार इस विवाद पर क्या सफाई देती है और क्या इस मामले में कोई कार्रवाई होती है।

224 पाठकों ने अब तक पढा
samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

Tags

samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Close
Close