शादी के शोर में डूब गई प्रेमी की चीखें, पहले गला दबाया फिर कार में लगा दी आग

249 पाठकों ने अब तक पढा

ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट

आगरा के सिकंदरा क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक प्रेमी को उसकी मोहब्बत ने मौत का तोहफा दिया। अपनी मां के साथ मिलकर प्रेमिका ने अपने प्रेमी पुष्पेंद्र यादव की गला दबाकर हत्या कर दी और फिर शव को कार में डालकर आग के हवाले कर दिया। इस हत्याकांड के खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी प्रेमिका डॉली और उसकी मां भूरी देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

घटना का पूरा विवरण

कासगंज के निवासी और ट्रांसपोर्ट कारोबारी पुष्पेंद्र यादव की हत्या के पीछे एक सोची-समझी साजिश थी। पुलिस जांच में पता चला कि 25 फरवरी की रात, जब डॉली के घर में शादी का कार्यक्रम चल रहा था, तब डॉली ने फोन कर पुष्पेंद्र को घर बुलाया। शादी की गहमा-गहमी और शोर-शराबे का फायदा उठाकर पुष्पेंद्र को शराब पिलाई गई और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई।

हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए उसे एक कार में डाल दिया गया। देर रात शादी में आए सभी मेहमानों को विदा करने के बाद भूरी देवी और अन्य आरोपियों ने शव को राजस्थान ले जाने की योजना बनाई। हालांकि, रास्ते में ही फरह क्षेत्र के पास उन्होंने कार सहित शव को आग लगा दी।

मुकदमा और गिरफ्तारी का विवरण

एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने जानकारी दी कि मुखबिर की सूचना पर रैपुराजाट इलाके में भूरी देवी और उसकी बेटी डॉली को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में भूरी देवी ने बताया कि पुष्पेंद्र का उनके पति अवधेश यादव के साथ अच्छा संबंध था। इसी कारण वह घर आता-जाता था और इस दौरान उसने उनकी बेटी डॉली को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया।

सितंबर 2023 में पुष्पेंद्र ने डॉली को बहला-फुसलाकर अपने साथ भगा ले गया था। हालांकि, पुलिस ने डॉली को बरामद कर लिया और पुष्पेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज किया। बाद में पुष्पेंद्र लगातार डॉली और उसके परिवार पर शादी का दबाव बना रहा था।

शादी में बाधा बनी पुष्पेंद्र की हरकत

डॉली का रिश्ता राजस्थान में तय किया गया था, लेकिन पुष्पेंद्र ने वहां फोन कर रिश्ता तुड़वाने की कोशिश की। इससे नाराज होकर डॉली के परिवार ने पुष्पेंद्र को खत्म करने की योजना बनाई। 25 फरवरी को उसे डॉली ने फोन कर बुलाया और फिर सबने मिलकर उसकी हत्या कर दी।

पुलिस का बयान और जांच

रिफाइनरी सीओ श्वेता वर्मा ने बताया कि यह पूरी हत्या एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी। आरोपियों ने पहले ही तय कर लिया था कि पुष्पेंद्र को बुलाकर उसकी हत्या करनी है और बाद में इसे हादसे का रूप देना है। हत्या के बाद शव को कार में जलाने का यही मकसद था।

इस मामले में पुलिस ने भूरी देवी और डॉली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि मुख्य आरोपी अवधेश यादव, गौतम और राजेश अब भी फरार हैं। इंस्पेक्टर कमलेश सिंह ने बताया कि पुलिस इन तीनों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है और जल्द ही इन्हें भी पकड़ लिया जाएगा।

गिरफ्तारी में शामिल पुलिस टीम

इस हत्याकांड के खुलासे और गिरफ्तारी में इंस्पेक्टर कमलेश सिंह, एसआई नितिन तेवतिया, एसआई मनोज कुमार, रेखा शर्मा, कांस्टेबल प्रियंका, ताराचंद्र और दीपक कुमार की टीम शामिल रही।

samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top