Explore

Search
Close this search box.

Search

13 March 2025 10:28 pm

गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण, संविधान निर्माता को किया नमन

130 पाठकों ने अब तक पढा

जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

आजमगढ़ में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी एवं पूर्वांचल जन मोर्चा के नेतृत्व में गणतंत्र दिवस का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम कलेक्ट्री कचहरी स्थित मोर्चा कार्यालय, नगर पालिका रोड पर संपन्न हुआ। इस अवसर पर ध्वजारोहण किया गया और भारतीय संविधान के निर्माता, भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं प्रदेश संयोजक शिवमोहन शिल्पकार ने इस अवसर पर भारत के लोकतंत्र को मजबूत बनाने का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि संविधान का अनुपालन करना हर भारतीय का कर्तव्य और निष्ठा है। उन्होंने वीर शहीदों के बलिदानों को स्मरण करते हुए कहा कि उनकी कुर्बानियों के कारण ही आज हम स्वतंत्र भारत में निर्भीकता से जी रहे हैं। उन्होंने डॉक्टर अंबेडकर के बुद्धि कौशल और उनके योगदान को भी याद किया और कहा कि संविधान निर्माण में उनके साथ कई अन्य महापुरुषों ने भी सहयोग दिया, जिससे राष्ट्र को गौरव प्राप्त हुआ।

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी लोगों ने राष्ट्र की सेवा और संविधान की रक्षा के लिए समर्पित रहने का संकल्प लिया।

गणतंत्र दिवस पर गरीबों को कंबल वितरण

कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रभारी चंद्रमी गौतम ने की और संचालन रामनगिना द्वारा किया गया। इस दौरान गरीब और कमजोर वर्ग के सैकड़ों लोगों को कंबल वितरित किए गए। साथ ही दर्जनों व्यक्तियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति

इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता मुन्नालाल निगम, रामधारी धरकार, रुपेश विश्वकर्मा, सतेन्द्र कुमार सागर, हरिहर प्रसाद, दुर्बल जमुना लाल, प्रमोद निषाद, गीता, अमरनाथ विश्वकर्मा, सूर्य प्रकाश सिंह, रमेश यादव, राजवीर प्रजापति, मुन्नीलाल विश्वकर्मा, विनोद विश्वकर्मा, इजहार अहमद तिरंगा, ओम प्रकाश गुप्ता, धर्मेंद्र, सुनील विश्वकर्मा, चंद्रिका यादव, बृजभूषण विश्वकर्मा, रामदास निषाद, सत्येंद्र राम, विजय शंकर मौर्य, प्रमोद, राम लगन विश्वकर्मा, अभिषेक निषाद, सुनिता विश्वकर्मा, सुमन देवी, विजय कुमारी, सरिता गौतम, संगीता, पुष्पा भारती, सुलेखा यादव सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।

गणतंत्र दिवस का यह आयोजन देश के लोकतंत्र और संविधान की महत्ता को रेखांकित करने वाला एक महत्वपूर्ण क्षण बना।

Leave a comment