आजमगढ़ की लालगंज तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 48 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से केवल 03 का मौके पर निस्तारण किया गया। शेष मामलों को तय समयसीमा में निपटाने के निर्देश दिए गए हैं।
जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़ जिले की लालगंज तहसील में सोमवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में जनसमस्याओं के निस्तारण की प्रक्रिया बेहद धीमी नजर आई। उपजिलाधिकारी भूपाल सिंह की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में कुल 48 शिकायतें प्राप्त हुईं, लेकिन सिर्फ 03 मामलों का ही मौके पर समाधान किया जा सका।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य जनता की समस्याओं का त्वरित और गुणवत्ता युक्त निस्तारण करना था। हालांकि, प्राप्त शिकायतों की संख्या और उनके तत्काल निपटान के आंकड़े के बीच बड़ा अंतर देखने को मिला।
विभागवार शिकायतें इस प्रकार थीं
राजस्व विभाग: 26, पुलिस विभाग: 08, विकास विभाग: 02, विद्युत विभाग: 03, खाद्य एवं रसद विभाग: 02, अन्य विभागों से: 07
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी ने शेष 45 शिकायतों को निर्धारित समय सीमा के भीतर निस्तारित करने के सख्त निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “जनता की समस्याओं के समाधान में किसी भी स्तर पर लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। समस्या का समाधान न केवल समयबद्ध हो, बल्कि गुणवत्ता युक्त भी होना चाहिए।”
उपस्थित अधिकारीगण
कार्यक्रम में तहसीलदार अंजू यादव, सीडीपीओ रामनिवास सिंह, खंड विकास अधिकारी शशिकांत पांडेय, प्रभारी एडीओ पंचायत ओपी सिंह, सप्लाई इंस्पेक्टर संतोष कुमार, राजस्व निरीक्षक हरिद्वार सिंह पालीवाल, विपिन सिंह, राजकुमार सिंह, अशोक सिंह, बांकेलाल सहित अनेक अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
समाधान दिवस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होते हैं जब शिकायतों की बड़ी संख्या में से बहुत कम का त्वरित निपटान हो पाता है। यदि अधिकारीगण निर्देशों का पालन करते हैं तो आगामी समाधान दिवसों में सुधार की उम्मीद की जा सकती है।